आज उपायुक्त, श्री शशि रंजन द्वारा रनिया प्रखण्ड का दौरा किया गया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक, श्री आशुतोष शेखर, उप विकास आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी, वन प्रमण्डल पदाधिकारी, अपर समाहर्ता, भूमि सुधार उप समाहर्ता, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, डीपीएम जे.एस. एल.पी.एस व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।इस दौरान डाहु पंचायत भवन में उपायुक्त ने ग्रामीणों से सीधा संवाद किया। मौके पर ग्रामीणों द्वारा अपनी समस्याओं को रखा गया। इसपर उपायुक्त द्वारा त्वरित संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया गया। इसमें मुख्य रूप से पेयजल की सुविधा हेतु आवश्यक व्यवस्था के सम्बंध में चर्चा की गई। साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना, वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन एवं राशन कार्ड से जुड़ी समस्याओं के समाधान हेतु भी निर्देश दिए गए। उपायुक्त द्वारा ग्रामीणों की समस्याओं का निराकरण करने व उनसे निरन्तर सम्पर्क बनाये रखने हेतु अधिकारियों को निर्देश दिए। उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन सुदूर क्षेत्रों तक पहुंचकर आमजनों की समस्याओं का निराकरण करने हेतु प्रयासरत है। जिला व प्रखण्ड के अधिकारी क्षेत्र भ्रमण कर बेहतर सम्बन्ध स्थापित करने के प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब सभी को सामूहिक प्रयासों के साथ दिग्भ्रमित विचारधारा का त्याग करते हुए आगे बढ़ना है। सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ हर अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाया जाना हमारा लक्ष्य है। इसके लिए सभी को जागरूक दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है। इसी क्रम में उन्होंने सखी मण्डल की दीदियों द्वारा की जा रही तसर खेती की सराहना की। इस पर उपायुक्त द्वारा डीपीएम जे.एस.एल.पी.एस को निर्देश दिए कि इसमें ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को जोड़ा जाय, जिससे उन्हें भी सीधे तौर पर लाभान्वित किया जा सके। इसी क्रम उपायुक्त सहित जिले के पदाधिकारियों द्वारा उलुंग का भ्रमण कर पर्यटन की सम्भावनाओं पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि उलुंग पर्यटक स्थल के रूप में उभरे। इसके लिए आवश्यक व्यवस्थाएं किये जाने हेतु अधिकारियों को निर्देश दिए गए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इन पर्यटन स्थानों पर क्षेत्रीय लोगों के लिए रोजगार के कई अवसर प्रदान किये जा सकते हैं। साथ ही स्थल को विकसित करने की दिशा में विशेष विचार- विमर्श कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।मौके पर संचालित योजनाओं के तहत किये गए कार्यों का अवलोकन करने के क्रम में उन्होंने निर्देश दिए कि ग्रामीणों को ज्यादा से ज्यादा लाभान्वित करने हेतु उन्हें योजनाओं से जोड़ना महत्वपूर्ण है।