रांची विश्वविद्यालय का 34 वां दीक्षांत समारोह फरवरी के महीने में होने जा रहा है। इस बार भी छात्राओं ने बाजी मारी है। दरअसल 56 टॉपर में 37 छात्राओं की संख्या है। कोविड-19 को देखते हुए इस बार दीक्षांत समारोह में सिर्फ टॉपर विद्यार्थियों को ही बुलाया जाएगा। रांची विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ कामिनी कुमार ने कहा कि दीक्षांत समारोह होना भी अनिवार्य है क्योंकि इसी के बाद विद्यार्थियों को डिग्रियां दी जाती हैं. 2020 पासआउट उन विद्यार्थियों को दीक्षांत समारोह के बाद डिग्रियां दी जाएगी। रांची विश्वविद्यालय के मोराबादी स्थित आर्यभट्ट सभागार में पहली बार दीक्षांत समारोह आयोजित होगा। 33 वें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद थे, उस वक्त सभी विषयों के यूजीपीजी पीएचडी के टॉपर्स को मेडल और यहां प्रदान की गई थी, लेकिन इस 34 में दीक्षांत समारोह में सिर्फ टॉपर्स को ही समारोह में बुलाया जाएगा। रांची विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से तैयारियां की जा रही हैं। गौरतलब है कि रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडे मार्च महीने में रिटायर हो रहे हैं और रिटायरमेंट से पहले दीक्षांत समारोह कराना चाह रहे हैं।