रामगढ़: मास ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन के तहत रामगढ़ जिले में 22 जनवरी से 27 जनवरी तक मनाए जाने वाले फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के संबंध में मंगलवार को पतरातू एवं मांडू प्रखंड में प्रखंड स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन किया गया।बैठक के दौरान 22 जनवरी से 27 जनवरी तक फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। इस दौरान अधिकारियों द्वारा योजनाबद्ध तरीके से चिन्हित लोगों को शत प्रतिशत डीईसी एवं एल्बेंडाजोल खिलाने हेतु कई महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए गए।फाइलेरिया से संबंधित जानकारीफाइलेरिया एक ऐसी गंभीर बीमारी है जिसकी वजह से प्रभावित अंगों जैसे हाथ, पाव (हाथी पाव) का फूलना और हाइड्रोसील होता है।फाइलेरिया के लक्षणसंक्रमण के शुरू में इसका कोई भी लक्षण दिखाई नहीं देता है। संक्रमण के कुछ सालों बाद बुखार रहने लगता है। कुछ सालों बाद यह बुखार जल्दी-जल्दी दर्द के साथ आने लगता है। इसके बाद पैरों का सूजन आने लगता है। इस बीमारी का ठीक से उपचार नहीं होने पर यह सूजन स्थाई हो जाता है।मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम के तहत फाइलेरिया उन्मूलन हेतु 1 से 2 वर्ष तक के बच्चों को 400 एमजी एल्बेंडाजोल की आधी गोली, 2 से 5 वर्ष तक के बच्चों को 100mg डीईसी की एक गोली तथा 400 एमजी एल्बेंडाजोल की एक गोली, 6 वर्ष से 14 वर्ष तक के बच्चों को 100mg डीईसी की दो गोली एवं 400 एमजी एल्बेंडाजोल की एक गोली, 15 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को 100 एमजी डीइसी की 3 गोली एवं एल्बेंडाजोल की एक गोली दी जानी है, जबकि 1 वर्ष से कम आयु के बच्चे तथा गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को डीईसी तथा एल्बेंडाजोल की कोई खुराक नहीं दी जानी है।