आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सिद्धू कान्हू सभागार में जिला स्तरीय कार्यकम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उपायुक्त समेत सभी पदाधिकारियों का पौधा देकर स्वागत किया गया। तत्पश्चात कार्यक्रम का शुभारंभ उपायुक्त राम निवास यादव, पुलिस अधीक्षक अनुरंजन किस्पोट्टा, डालसा के सचिव, उप विकास आयुक्त एवं अन्य पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से किया।कार्यक्रम का संबोधन करते हुए उपायुक्त रामनिवास यादव ने वहां उपस्थित सभी सेविका, सहिया, एएनएम, जल सहिया, महिला परिवेक्षिका को महिला दिवस की शुभकामनाएं दी।इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि महिलाओं के खिलाफ किसी भी प्रकार के अत्याचार के लिए कानून बनाए गए हैं तथा इन कानूनों की जानकारी महिलाओं को रहना अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हमारे समाज में कानून की आवश्यकता वैसे लोगों के लिए है। जो लोग गलत सोच से आगे बढ़ रहे हैं।उपायुक्त ने सभी को संबोधित करते हुए कहा हमारे जीवन में महिलाओं का योगदान हमेशा से अतुल्य है। जिस प्रकार जीवन की परिकल्पना बिना महिलाओं के संभव नही है। उसी प्रकार पुरुषों के जीवन भी महिलाओं के सहयोग के बिना अधूरा है।उन्होंने उपस्थित सभी महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे समाज में कई वर्षों से देखा जा रहा है कि पुरुषों एवं महिलाओं के बीच समानता का अधिकार नहीं है परंतु जिस प्रकार समाज धीरे-धीरे सशक्त एवं जागरूक हो रहा है महिलाएं भी पुरुषों के कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रही हैं पूर्व के वर्षों से आज तक आदिवासी समाज में महिलाओं को पुरुषों के बराबर हक मिलता रहा है एवं आदिवासी समाज आज भी महिला प्रधान समाज है। उन्होंने उपस्थित सभी लोगों से कहा कि हमारा समाज पुरुष या महिला प्रधान नहीं होना चाहिए बल्कि मानवता प्रधान होना चाहिए।उपायुक्त श्री यादव ने कहा कि हमारे समाज में महिलाओं एवं पुरुषों को इतना सामान हक होना चाहिए तथा पुरुषों को महिलाओं के प्रति इतना सजग होना चाहिए कि हमें किसी भी कानून व्यवस्था की आवश्यकता ना पड़े। हमारे समाज की व्यवस्था बिना किसी भेदभाव के चलता रहे।कार्यक्रम के दौरान समाज कल्याण पदाधिकारी इंदु प्रभा खलखो ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहां की समाज की वैसी महिलाएं जो शोषण का शिकार हुई हैं उनके लिए जिला प्रशासन दृढ़ संकल्पित होकर कार्य कर रहा है तथा जिले में शोषित वर्ग की महिलाओं के लिए 1 स्टेप सेंटर खोला गया है जहां महिलाओं को सुरक्षा लीगल एडवाइस दिया जा रहा है। साथ ही साथ ग्रामीण स्तर पर महिलाओं को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है। जिससे वह आजीविका संवर्धन भी कर रही हैं। इस दौरान डालसा के सचिव मनोरंजन कुमार ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कानूनी प्रावधान बताएं। उन्होंने कहा कि हमारे संविधान में ऐसे कई प्रावधान है जो महिलाओं को बराबरी का हक दिलाते हैं। साथ ही किसी भी प्रकार के शोषण होने की स्थिति में कानूनी रूप से उन्हें और सक्षम बनाते हैं। उन्होने कहा कि इस लड़ाई में महिलाओं के साथ डालसा तत्परता से पीड़ित महिलाओं साथ खड़ा रहता है।कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त रामनिवास यादव की अध्यक्षता में वहां उपस्थित सभी लोगों ने यह शपथ लिया कि वह मानवता एवं समानता की भावना से समाज में लिंग भेद, प्रसव पूर्व भ्रूण परीक्षण, को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से समाप्त करने के लिए इस मुहिम में अपना शत प्रतिशत सहयोग देंगे।सभी लोग बेटी बचाने बेटी पढ़ाने समाज में बेटे बेटियों के बीच असमानता को दूर करने, बेटियों को शिक्षित करने के लिए दृढ़ संकल्पित होकर कार्य करेंगे।कार्यक्रम के दौरान अतिथियों के द्वारा जिले में को भी संक्रमण के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने हेतु महिला पर्यवेक्षिका, जिला स्तर पर विशेष कार्य करने हेतु कुछ मुखिया गण सेविका, सहायिका एवं जलसहियाओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।