आज उपायुक्त श्री यादव ने अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया एवं एमओआईसी, चिकित्सा कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया।उपायुक्त रामनिवास यादव ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरहेट का जायजा लेते हुए सिविल सर्जन अरविंद कुमार को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। इस दौरान उन्होंने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरहेट में भी 30 कोविड मरीज़ों के इलाज की व्यवस्था जल्द ही की जाएगी।इसी क्रम में उन्होंने बताया कि यहां 10 बेड का आईसीयू भी बनाया जाएगा, जिसमें पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध रहेगी। साथ ही यहां अतिरिक्त जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर की भी व्यवस्था की जाएगी।■ 50 बेड पर पाइप लाइन के ज़रिए जल्द उपलब्ध कराया जाएगा ऑक्सीजन।निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त रामनिवास यादव ने बताया कि जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के उद्देश्य से विभिन्न सीएचसी अस्पतालों को बेहतर सुविधाओं के साथ सुदृढ़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसी क्रम में मेसो अस्पताल केंदुआ में कोरोना के मद्देनजर बनाए गए 50 बेड पर पाइपलाइन के ज़रिये ऑक्सीजन सप्लाई की सुविधा जल्द ही उपलब्ध कराई जाएगी।निरीक्षण के दौरान उपायुक्त श्री यादव ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण तीसरी लहर से बच्चों को प्रभावित होने की आशंका है, इसलिए मेसो अस्पताल का जायजा लेकर बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने की दिशा में जिला प्रशासन कार्यरत है। यहां 50 बेड पर पाइप लाइन के जरिए ऑक्सीजन की सुविधा होने से आसपास के प्रखंड तथा पंचायतों के मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी, साथ ही कोरोना के मद्देनजर अस्पताल में आवश्यक उपकरण भी इंस्टॉल किए जाएंगे।वही अस्पताल में अतिरिक्त ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था भी की जाएगी।■ अभियान के तहत घर-घर जाकर की जाएगी मरीज़ों की पहचान..मौके पर उपायुक्त ने बताया कि बाहर से जो प्रवासी मजदूर जिले में आ रहे हैं उनकी टेस्टिंग की जा रही है एवं कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखाई देने पर उन्हें तत्काल कोविड-19 हॉस्पिटल में रखा जा रहा है। उन्होंने बताया कि वैसे प्रवासी मजदूर जिनका टेस्ट नेगेटिव आ रहा है उन्हें होम आइसोलेशन तथा जिनके पास होम आइसोलेशन की सुविधा नहीं है, उन्हें आइसोलेशन केंद्रों में रखा जा रहा है।इस दौरान उपायुक्त ने बताया कि गांव में आंगनबाड़ी सेविका एवं सहिया के सहयोग से अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें वह घर घर जाकर लोगों की पल्स, ऑक्सीजन लेवल एवं टेंपरेचर जांच कर रही हैं, जिससे बीमार मरीजों की पहचान कर उन्हें तत्काल सुविधा दी जा सके।इसके अतिरिक्त आंगनबाड़ी सेविका, सहिया,स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा 45 एवं 60 वर्ष से ऊपर के लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित भी कर रही हैं।उन्होंने बताया कि जिले में 18 से 44 वर्ष के लोगों का टीकाकरण भी प्रारंभ हो चुका है तथा जिले में इसकी गति काफी अच्छी है। उन्होंने कहा इससे 45 तथा 60 साल की आयु के ऊपर के लोग भी प्रेरित होंगे एवं टीकाकरण के लिए सामने आएंगे।