उपायुक्त राजेश्वरी बी के निर्देश पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अनीता कुजूर द्वारा धनबाद स्थित विशेष गृह ( जीवन संस्था द्वारा संचालित) के विशेषज्ञों को आमंत्रित कर दुमका जिले के विभिन्न बालगृहों में रह रहे दिव्यांग बालकों को विशेष शिक्षण हेतु चिन्हित कराया गया था। जिसमें बालगृह (बालिका ) धधकिया में तीन दिव्यांग बच्चियां तथा बक्शीबांध स्थित बालगृह (बालक) में तीन दिव्यांग बालक चिन्हित किए गए थे। जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी, प्रकाश चन्द्र ने बताया कि सभी को समान अवसर मिलना चाहिए , सभी को विकास का अधिकार है, दिव्यांगता के आधार पर किसी भी बच्चे का विकास अवरूद्ध ना हो इसलिए इन सभी बच्चियों को बाल कल्याण समिति (बैंच ऑफ मजिस्ट्रेट्स), दुमका में बच्चों के संबंध में उचित निर्णय लेने हेतु उपस्थापित करने का निर्देश , इंचार्ज बालगृह (बालिका) को दिया। बैंच ने बालहित में निर्णय लेते हुए सभी तीनो बालिकाओं को विशेष गृह (दिब्यांग) ,धनबाद भेजे जाने हेतु आदेशित किया। अध्यक्ष ,बाल कल्याण समिति मनोज साह ने बताया कि दिव्यांग बालिकाओं (मंदबुद्धि ) के लिए विशेष गृह ,धनबाद में विशेष प्रशिक्षित शिक्षकों के द्वारा शिक्षण कार्य कराया जाएगा, जिससे कि ऐसे बच्चे लाभान्वित हो सकेंगे।सदस्य सुमिता सिंह ने बताया कि ऐसी दिव्यांग बालिकाएं विशेष गृह में विशेषज्ञों की निगरानी में रहते हुए शिक्षा ग्रहण करेंगी, तो उनका भी बौद्धिक विकास सामान्य बच्चों की तरह हो सकेगा। सचिव,जीवन संस्थान,अनिल सिंह ने बताया कि बौद्धिक दिव्यांगता के कई प्रकार होते हैं और अगर ऐसी श्रेणी के बच्चों को विशेष प्रशिक्षित शिक्षकों के द्वारा शिक्षण/ प्रशिक्षण दिए जाने पर इनका भी सामान्य बच्चों की तरह बौद्धिक विकास हो सकता है।मौके पर बालगृह की इंचार्ज काजल कुमारी,काउंसलर अर्चना कुमारी , हाउस मदर कुमुद पांडे , लेखापाल धर्मेन्द्र पांडे, एएनएम शैलू कुमारी, सहायिका दीपाली मंडल एवं अन्य कर्मियों ने नम आंखो से बालिकाओं को उनकी उज्ज्वल भविष्य की कामना के साथ विदाई दी।