जिला सभागार, जमशेदपुर में उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी श्री सूरज कुमार द्वारा आज से ‘विशेष टीकाकरण कार्यक्रम’ का शुभारंभ किया गया । इस कार्यक्रम के तहत 4 विशेष कैटेगरी के लोगों को कोविड टीका उपलब्ध कराया जाना है जो निम्नांकित हैं- 1. विदेश जाकर पढ़ने वाले छात्र ।2. विदेश में काम करने वाले राज्य के नागरिक एवं कामगार ।3. झारखंड राज्य से बाहर उपचार के लिए जा रहे राज्य के व्यक्ति ।4. राज्य के वो नागरिक जिन्होने राज्य के बाहर कोविड का पहला टीका लिया और दूसरा टीका राज्य के अंदर लेना चाहते हैं ।इस मौके पर उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी श्री सूरज कुमार ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य से प्राप्त दिशा निर्देश के आलोक में विदेश जाने वाले व्यक्तियों को WHO से अप्रूव्ड कोविशील्ड का टीका अब 84 दिनों के बजाय 28 दिनों के बाद भी लगाया जाएगा । इसके लिए पूरे जिले से अब तक 88 आवेदन प्राप्त हुए हैं जिनमें सभी वांक्षित दस्तावेजों के जांच के बाद आज 18 लोगों को टीका देकर इस विशेष टीकाकरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया जा रहा है, शेष बचे लोगों को भी दस्तावेज जांच के बाद जल्द ही टीका लगाया जाएगा । वहीं देश के अंदर दूसरे राज्य में उपचार के लिए जा रहे झारखंड के व्यक्तियों को टीका की उपलब्धता के अनुसार को-वैक्सीन का भी टीका लगाया जाएगा क्योंकि विदेश जाने वालों की तरह देश में एक राज्य से दूसरे राज्य जाने पर कोविशील्ड टीका लगाने की कोई बाध्यता नहीं है । मौके पर टीका लेने वाले लाभुकों को जिला उपायुक्त ने प्रमाण पत्र प्रदान करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया । जिला उपायुक्त ने इस मौके पर प्रेस प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि जिले में वैक्सीनेशन कार्यक्रम को कैसे और बेहतर एवं सुव्यवस्थित किया जाए इस दिशा में जिला प्रशासन निरंतर प्रयासरत है। उन्होने कहा कि पूरे वैक्सीनेशन कार्यक्रम का सुखद पहलू साझा करते हुए खुशी हो रही है कि 45+ आयु वर्ग के वैक्सीनेशन में पूर्वी सिंहभूम जिला पूरे राज्य में आगे है । उन्होने बताया कि लगभग 46% जनसंख्या जो 45 से 60 वर्ष की है तथा 52% जनसंख्या जो 60 वर्ष से उपर है उन्हें वैक्सीनेट किया जा चुका है। ये आंकड़े राज्य तथा देश के औसत से भी बहुत ऊपर हैं, इसमें समस्त जिलेवासियों एवं राज्य के स्वास्थ्य विभाग का बहुत बड़ा योगदान है जिसके लिए जिला प्रशासन की तरफ से सभी का आभार प्रकट करता हूं । उपायुक्त ने कहा कि वैक्सीनेशन के कार्यक्रम को पूरे तरीके से पारदर्शी रखने का प्रयास करते हुए जिला प्रशासन द्वारा प्रतिदिन प्रेस एवं अन्य माध्यमों से माइक्रो प्लान साझा किया जाता रहा । वैक्सीनेशन की उपलब्धता से आम जनता को सूचित करना हो या सेशन साईट चिन्हित करना इस दिशा में वैक्सीनेशन कोषांग के नोडल पदाधिकारी श्री राजीव रंजन एवं वरीय प्रभार में अनुमंडल पदाधिकारी धालभूम श्री नीतीश कुमार सिंह द्वारा नियमित माइक्रो प्लान बनाते हुए जनता से साझा किया गया कि अगले दिन कौन सा वैक्सीन किस सेंटर पर मिलेगा, कितने लोगों को मिलेगा । उपायुक्त ने बताया कि जमशेदपुर में जिस तरीके से लोग जागरूक हैं उसका परिणाम हमें ऑनलाइन सेशन साइट के स्लॉट बुकिंग से पता चलता है जहां स्लॉट ओपन होते ही लगभग 1-2 मिनट में सारे स्लॉट बुक हो जा रहे हैं । जिला उपायुक्त ने ‘विशेष टीकाकरण कार्यक्रम’ के शुभारंभ के उद्देश्य को लेकर बताया कि जब हमलोगों ने इंटरैक्शन करना शुरू किया तो विदेश जाकर पढ़ने वाले छात्रों की तरफ से ये डिमांड आया कि उनके यूनिवर्सिटी द्वारा वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट की मांग की जा रही है तथा इसमें भी WHO से अप्रूव्ड कोविशील्ड देने की बात थी। ऐसे में भारत सरकार एवं राज्य सरकार से समन्वय स्थापित करते हुए ये विशेष टीकाकरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया जा रहा है ताकि उक्त लिखित चारों कैटेगरी के लोग इससे लाभान्वित हो सकें । ऐसे में विदेश में काम करने वाले लोग, दूसरे राज्य में उपचार के लिए जा रहे लोगों को भी इस अभियान से जोड़ने का प्रयास जिला प्रशासन द्वारा किया गया एवं आवेदन की मांग की गई । साथ ही दूसरे राज्य में कोविड का पहला डोज लेने वाले लोग जो लॉकडाउन के बाद अपने राज्य झारखंड वापस आए उन्हें भी इस अभियान से जोड़ा गया है । उपायुक्त ने बताया कि राज्य से पत्राचार कर इस दिशा में मार्गदर्शन मांगा गया एवं राज्य सरकार के दिशा निर्देश के आलोक में ही वैसे व्यक्ति जो दूसरे राज्य में पहला डोज लेकर यहां आए हैं उन्हें झारखंड का रेसिडेंशियल कार्ड दिखाकर टीका लेने की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है । जिला उपायुक्त ने यह भी बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में टेक्नोलॉजी की कमी या इंटरनेट की कमी से 18+ के वैसे लोग जिन्हें ऑनलाइन स्लॉट बुक करने में असुविधा होती है उन्हें प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण देने का अभियान चलाया जाएगा । उन्होने कहा कि युवा वर्ग को ध्यान में रखते हुए पंचायतवार ऑफलाइन वैक्सीनेशन किया जाएगा । साथ ही यह भी बताया गया कि अलग-अलग जिलों से वैक्सीन हमें प्राप्त होने वाले हैं उसमें सेकंड डोज का जिनका बाकि है उन्हें टीका लगाया जाना सुनिश्चित किया जाएगा । साथ ही साथ 45+ के को-वैक्सीन की कमी को भी राज्य सरकार द्वारा दूर करने का प्रयास करते हुए हमारे जिले को वैक्सीन दिया रहा है, लगभग 14,500 को-वैक्सीन मिलेंगे इससे वैक्सीनेशन कार्यक्रम को सुगमतापूर्वक संचालित किया जाएगा । जिला उपायुक्त द्वारा बताया गया कि दिव्यांग, वृद्ध एवं घर में रह रहे मरीजों को घर-घर जाकर वैक्सीन उपलब्ध कराया जा रहा, इस मुहिम को अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी शुरू किया जाएगा। उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी श्री सूरज कुमार ने जिले में वर्तमान में कोरोना संक्रमण नियंत्रण में रहने को लेकर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि लगभग 0.5 % के करीब ही अब जांच में पॉजिटिविटी रेट आ रहा है। उन्होने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में चलाए गए हाउस टू हाउस सर्वे कार्य में करीब 16000 लोगों का जांच किया गया जिसमें मात्र 120 कोरोना संक्रमित ही सामने आए हैं। उन्होने स्पष्ट हिदायत देते हुए कहा कि अगर कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित हैं तो जिले में प्रवेश न करें, प्रवेश करते हैं तो जांच के बाद उन्हें गवर्नमेंट इस्टीट्यूशन में क्वारंटीन होना अनिवार्य होगा तथा विशेष परिस्थिति में ही उन्हें होम आईसोलेसन की सुविधा दी जागगी । उन्होने यह भी बताया कि स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह की समाप्ति के उपरांत जब सभी मार्केट खुल जाएंगे एवं लोगों का आवागमन जिले में निर्बाध तरीके से शुरू होगा इसे देखते हुए रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, ऑटो स्टैंड, चेकनाकाओं पर स्थाई कोविड जांच बूथ बनाने का प्रयास जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है । जिला उपायुक्त ने सभी प्रेस प्रतिनिधियों को वैक्सीनेशन अभियान को घर-घर तक पहुंचाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए भी धन्यवाद ज्ञापित किया एवं उनके सहयोग के लिए आभार प्रकट किया। इस अवसर पर एसडीएम धालभूम श्री नीतीश कुमार सिंह, जिला आपूर्ति पदाधिकारी श्री राजीव रंजन, जिला परिवहन पदाधिकारी श्री दिनेश रंजन, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्री रोहित कुमार, प्रशिक्षु उप समाहर्ता श्री प्रशांत हेंब्रम व सुश्री स्मिता नागेसिया मौजूद रहे ।