आज जिला पशुपालन कार्यालय, परिसर में मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना के अंतर्गत लाभ वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ उपायुक्त, शशि रंजन, उप विकास आयुक्त, श्री अरुण कुमार सिंह, आईटीडीए निदेशक, श्री संजय भगत, जिला पशुपालन पदाधिकारी, डॉ तेरेसा तिर्की, पशु शल्य चिकित्सक डॉ विजय कुमार, सीएचसी डॉ रवि नंदन द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।उक्त कार्यक्रम में जिलांतर्गत कर्रा खूँटी, रनिया प्रखण्ड के विभिन्न क्षेत्रों के किसानों को पशुधन पालन से स्वरोजगार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बत्तख चूजा और बकरी का वितरण उपायुक्त द्वारा किया गया।आय को दोगुनी करने के उद्देश्य से पशुपालन विभाग के द्वारा मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना के अंतर्गत कृषकों को लाभान्वित किया जा रहा है।◆ *किसानों की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने हेतु पशुपालन विभाग की महत्वपूर्ण योजना है।*===================कार्यक्रम में उपायुक्त, श्री शशि रंजन ने कहा कि किसानों की आय को दुगनी करने के दृष्टिकोण से पशुपालन कर बकरी और चूजा पालन को आधार बनाएं।मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना के उचित क्रियान्वयन से पशुधनों को संरक्षित करने के लिए हरसंभव प्रयास किये जायेंगे। इसमें मुख्य रूप से बकरा विकास योजना, सुकर विकास योजना, बैकवर्ड लेयर कुक्कुट, बायलर कुक्कुट पालन, बत्तक चूजा वितरण की योजना के तहत लोगों को लाभान्वित किये जाने हेतु सरकार की कल्याणकारी योजना है। किसानों की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के लक्ष्य को पूरा करने में पशुपालन विभाग की महत्वपूर्ण योजना है। लोगों को खेती के साथ-साथ पशुपालन के लिए भी प्रोत्साहित करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। हमारा उद्देश्य है कि सरकार द्वारा लोगों के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उन्हें मिले। साथ ही महिलाओं की भी भागीदारी सुनिश्चित करायी जाय। आगे उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये गए है जिससे निश्चित ही इसका लाभ कृषकों को मिलेगा। पशु चिकित्सकों के सहयोग से पशुपालन करने वाले किसानों को अपने पशुओं की देखभाल करने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही पशुओं में कई तरह की होने वाली बीमारियों से बचाव की जानकारी भी मिलेगी। उन्होंने बताया कि जिले में एफ.पी.ओ का भी गठन किया जा रहा है एवं पलाश मार्ट भी विकसित किये जा रहे हैं। इन माध्यमों से बेहतर बाजार भी मिलेगा साथ ही इसे जीविकोपार्जन का संसाधन बनाएं। मौके पर उप विकास आयुक्त द्वारा बताया गया कि योजना के तहत उपलब्ध कराए गए पशुओं को सुरक्षित रखें व इस माध्यम से रोजगार के उचित अवसर मिलेंगे।गाँव में बतख चूज़ा और बकरी का पालन के लिए संसाधन पर्याप्त रहता है। उन्होंने कहा कि इसका पूर्ण लाभ मिल पाना तभी सम्भव है जब हमारे किसान इसकी महत्ता समझते हुए उचित पालन कर लाभान्वित हों। आगे उन्होंने उपस्थित किसानों को कोरोना टीका लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि कोरोना का टीका हमें संक्रमण के खतरे से बचाता है। यह हमारा सुरक्षा कवच है, सभी योग्य लाभुक अपनी बारी आने पर कोरोना का टीका अवश्य लगवाएं। कार्यक्रम के दौरान परियोजना निदेशक, आई.टी.डी.ए ने कृषकों को मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना से मिले लाभ की शुभकामनाएं दी। पशु चिकित्सकों के सहयोग से किसानों को अपने पशुओं को विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाव की जानकारी मिलेगी। उन्होंने कहा कि इसका सीधा लाभ किसानों को मिल सकेगा, इसके लिए उन्हें अपने स्तर से भी प्रयास करने की आवश्यकता है। योजना के तहत मिले लाभ का सदुपयोग करें। यदि बकरा विकास योजना व बत्तक चूजा वितरण की योजना के तहत मिले लाभ से अपनी आय वृद्धि करें। आगे उन्होंने कहा कि कल्याण विभाग के माध्यम से भी पशुपालन की योजनाओं का चयन किया गया है। जिले के किसानों को इससे आय वृद्धि के नए अवसर प्राप्त होंगे और जीवन स्तर में भी परिवर्तन आएगा। इस दौरान इस योजना के अंतर्गत बकरा विकास योजना में खूँटी के दो लोगों को, रनिया के दो लोगों को कर्रा के दो लोगों को दिया गया। साथ ही, बत्तख चूज़ा वितरण योजना में खूंटी में 13 लोगों को और रनिया प्रखंड के 11 लोगों को दिया गया। इसी क्रम में जिला पशुपालन कार्यालय परिसर में आज पौधा रोपण कर पर्यावरण को हरा-भरा रखने का संदेश दिया गया। पर्यावरण संरक्षण के संकल्प के साथ हम सभी के सामूहिक प्रयासों से सकारात्मक बदलाव सम्भव है।