आज उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी, श्री शशि रंजन द्वारा अपने कार्यालय प्रकोष्ठ में जिला स्थापना समिति एवं सामान्य शाखा की बैठक आयोजित कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। इस दौरान उपायुक्त ने विभागीय कर्मियों की स्थापना संबंधित मामले की गंभीरता पूर्वक समीक्षा की तथा नियम के तहत किए जाने वाले कार्य को स्वीकृति प्रदान किया। मौके पर उपायुक्त द्वारा लिपिक, राजस्व कर्मचारी, चालक एवं अनुसेवक की सेवा संपुष्टि एवं ACP/MACP हेतु प्रस्तुत विवरण पर समुचित विचार किया गया। इस दौरान उपायुक्त ने विभागीय कर्मियों की स्थापना संबंधित मामले की समीक्षा की तथा नियम के तहत किए जाने वाले कार्य को स्वीकृति प्रदान किया। इस दौरान कुल 02 सरकारी कर्मियों की सेवा संपुष्टि की गयी। इसके अतिरिक्त ACP/MACP के लिए कुल 29 में 21 प्रस्ताव पर अनुसंशा की गई। बैठक के दौरान उपायुक्त द्वारा निर्देशित किया गया कि सभी विभाग के प्रधान पदाधिकारियों से सम्बंधित विभाग में सेवासम्पुष्टि एवं ACP/MACP की अद्यतन सूची प्राप्त की जाय। इसी क्रम में अनुकम्पा के तहत सेवाकाल में मृत सरकारी कर्मचारीयों के आश्रितों का अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति हेतु प्रस्तावों की समीक्षा की गई। मौके पर उपायुक्त द्वारा निर्देशित किया गया कि आश्रितों को लिपिकीय संवर्ग में नियुक्ति हेतु सात दिनों के अंदर पुनः टंकन परीक्षा ली जाय। जिसमें निर्धारित मापदण्ड के अनुसार अनुशंसा की जाएगी। इसी क्रम में उन्होंने आवेदक द्वारा किए गए आवेदन, उसकी शैक्षणिक योग्यता, परिवार के सदस्यों की जानकारी उनकी एनओसी और सम्बन्धित जानकारी ली। इस दौरान मामलों पर सुनवाई करते हुए आवेदकों की अनुकंपा पर नियुक्ति के लिए समिति ने अनुशंसा की।संबंधित मामलों को संवेदनशील होकर त्वरित निष्पादन करने का निर्देश दिया। साथ ही निर्देशित किया गया कि सभी मामलों का निष्पादन करते हुए 15 अगस्त के पूर्व तक यथाशीघ्र नियुक्तियां सुनिश्चित की जाय। बैठक में समिति द्वारा उग्रवादी हिंसा के कुल 6 मामलों पर विचार-विमर्श किया गया तथा सभी 6 मामलों पर अनुसंशा कर विभाग के अनुमोदन के लिए भेजा गया है।उन्होंने अनुकंपा समिति के सदस्यों को आपस में समन्वय स्थापित कर मामलों का शीघ्र निष्पादन करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि मामलों को इस प्रकार प्रतिवेदित करें कि स्पष्ट रूप से परिलक्षित हो कि मामलों का निष्पादन हो चुका है व कौन मामला किस स्तर पर लंबित है, ताकि उचित रूप से कार्य पूर्ण हो सके।साथ ही उन्होंने निर्देशित किया कि सभी प्रकार के आवेदनों व आवश्यक दस्तावेजों की जांच कर अग्रेतर कार्यवाही की जानी चाहिए। ताकि ससमय सभी कार्यों का निष्पादन किया जा सके।