जिले के किसानों को केसीसी लोन के लाभ देने हेतु आज दिनांक 10 जुलाई 2021 को उपायुक्त की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित एनआईसी के सभागार में वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में अनुमलण्डल तथा प्रखण्ड स्तरीय पदाधिकारी मौजूद थे। बैठक में उपायुक्त ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा प्रखंड स्तर पर मौजूद एटीएम एवं बीटीएम को किसानों के बीच जाकर केसीसी से संबंधित प्रक्रिया को सरल तरीके से बताने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने बताया कि 1 लाख तक के केसीसी लोन के आवेदन के दौरान एलपीसी की जरूरत नहीं है। उपायुक्त ने बताया कि आवेदन के साथ एक स्वघोषणा पत्र जमा करना होगा। स्वघोषणा पत्र का सत्यापन गांव के प्रधान/ मानकीमुंडा/ मुखिया, राजस्व निरीक्षक/ राजस्व कर्मी जनसेवक, लैम्प्स/पैक्स के सचिव, ख्याति प्राप्त कॉर्पोरेट फार्म जिसके साथ किसान कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग करते हैं, किसान क्लब तथा बैंक द्वारा मान्य प्रमुख स्वयंसेवी संस्था के द्वारा किया जाएगा। उपायुक्त ने सभी प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे केसीसी लोन से संबंधित आवेदन प्रक्रिया बारीकी से किसान भाइयों को समझाएं। इसके अलावा उन्होंने प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अधिक से अधिक किसानों को केसीसी लोन लेने हेतु जागरूक करें। उन्हें बताएं कि केसीसी लोन सबसे सुरक्षित लोन है।उन्होंने बैंक के प्रतिनिधियों को भी निर्देश दिया कि वे ज्यादा से ज्यादा केसीसी लोन को सैंक्शन करें। उपायुक्त ने प्रखंड तथा पँचायत वार कैम्प लगाकर केसीसी लोन के आवेदन को जेनरेट करने का निर्देश दिया। लगाए जा रहे कैम्पों की मॉनिटरिंग के लिए जिला नियंत्रण कक्ष निरंतर संपर्क स्थापित करता रहेगा, इसके लिए उपायुक्त ने प्रशिक्षु आईएएस सहायक समाहर्ता से आशीष अग्रवाल को जिला नियंत्रण कक्ष की कमान सौंपी है। बैठक में उपायुक्त ने कहा कि जिले का प्रदर्शन केसीसी के मामले में अब तक बेहतर रहा है, ऐसे में आगे भी कार्य मे तेजी लाने की जरूरत है।एनआईसी के सभागार से किए गए वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग में उपायुक्त के अलावा प्रशिक्षु आईएएस श्री आशीष अग्रवाल, जिला कृषि पदाधिकारी अरुण कुमार, अग्रणी बैंक प्रबंधक श्री अनुकिरण तिर्की सहित सम्बन्धित पदाधिकारी मौजूद थे। वहीं वर्चुअल माध्यम से जिला, अनुमण्डल तथा प्रखण्ड स्तरीय पदाधिकारी मौजूद थे।