रांची – केंद्र की मोदी सरकार ने देश के सात और सावजनिक क्षेत्रों के बैंको (PSU) को निजी हाथो में बेचने की तैयारी कर ली है. अगर सब प्लैन के मुताबिक हुआ तो अगले कुछ महीनो तक देश में केवल 5 सार्वजानिक क्षेत्रों के बैंक बचेंगे. जिन बैंको को बेचने की तैयारी है उनमे बैंक ऑफ इंडिया (BOI), सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (CBI), इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB), यूको बैंक (UCO Bank), बैंक ऑफ महाराष्ट्र और पंजाब एंड सिंध बैंक समेत एक अन्य बैंक शामिल है. देश में इससे पहले बैंको को मर्ज किया गया था मगर अब सरकार सीधे सरकारी बैंको का निजीकरण कर घाटा कम करना चाहती है. मोदी सरकार की दलील है की आर्थिक संकट की वजह से सरकार के पास फंड की कमी हो गई है.सरकार ने पहले ही बता दिया है कि अब सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का विलय नहीं किया जाएगा. लिहाजा सिर्फ उनके निजीकरण का ही विकल्प बचता है. पिछले साल ही 10 सरकारी बैंकों का विलय कर 4 बड़े बैंक बनाए गए हैं. अगली तैयारी जिन बैंकों का विलय नहीं हुआ है, उनके निजीकरण की है. केंद्र सरकार इसको लेकर कैबिनेट में प्रस्ताव लाने की तैयारी में है. वित्त विभाग के अधिकारी इसके प्रस्ताव को बनाने में जुटे हुए हैं. जल्द ही कैबिनेट में यह प्रस्ताव रखा जाएगा.