रांची – राज्य में संक्रमण के बढते फैलाव को नियंत्रित करने के उद्देश्य से FJCCI द्वारा झारखण्ड में (सभी म्युनिसिपल एरिया में) प्रत्येक सप्ताह तीन दिनों की साप्ताहिक बंदी करने के लिए सभी व्यापारियों-उद्यमियों से *अपील* की गई। यह कहा गया कि सप्ताह में केवल चार दिन (सोम, मंगल, बुध एवं गुरुवार) ही व्यापार संचालित करें, शेष तीन दिन (आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को छोड़कर अन्य दुकान/प्रतिष्ठान) संपूर्ण रूप से बंद रखें। चार दिन व्यापार संचालन के दौरान सभी व्यापारियों व उद्यमियों से अपनी दुकानों-ईकाई में सरकार/जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित सभी सुरक्षा मानकों का विशेष ध्यान रखने की भी *अपील* की गई।इसी मुद्दे पर आज चैंबर भवन में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। प्रेस वार्ता के दौरान चैंबर अध्यक्ष कुणाल अजमानी ने कहा कि प्रदेश के व्यापार व उद्योग जगत का प्रतिनिधि होने के नाते हमारा दायित्व है कि हम इस महामारी से व्यापारी समुदाय के साथ ही समाज की भी सुरक्षा का चिंतन करें। प्रदेश में सामुदायिक संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए चैंबर द्वारा प्रयोग के तौर पर तीन दिन की साप्ताहिक बंदी के लिए व्यापारियों से *अपील* की गई है। यदि इस प्रयोग से भी संक्रमण का प्रभाव कम नहीं हुआ, तब स्थिति के अनुसार अन्य निर्णय किए जाएंगे। हम राज्य सरकार से आग्रह करते हैं कि सरकार भी हमारे इस निर्णय में सहयोग करे ताकि जीवन के साथ लोगों की जीविका भी चलती रहे।विदित हो कि राज्य में संक्रमण की दिनोंदिन बढोत्तरी से व्यापार व उद्योग जगत विशेष चिंतित है। व्यापारियों व उद्यमियों की चिंता को देखते हुए FJCCI द्वारा प्रेस वार्ता से पूर्व अपने कार्यकारिणी सदस्य, पूर्व अध्यक्ष, छह प्रमंडलों के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष, सभी जिला चैंबर ऑफ कॉमर्स व सम्बद्ध संस्थाओं के साथ जूम मीटिंग कर इस निर्णय पर सहमति बनाई गई थी। बैठक में सम्मिलित प्रायः सभी सदस्यों ने FJCCI के निर्णय में अपनी शत प्रतिशत सहभागिता सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया। FJCCI द्वारा आयोजित इस बैठक में सदस्यों ने संक्रमण के प्रति चिंता जताते हुए विभिन्न सुझावों से अवगत कराया। सुझावों में मुख्यतः सप्ताह में दो दिन संपूर्ण साप्ताहिक बंदी के साथ ही अन्य पांच दिन व्यापार संचालन की समयावधि को कम करने की बात सदस्यों द्वारा कही गई। कुछ सदस्यों ने 10-15 दिन तक संपूर्ण लॉकडाउन कराने की बात भी कही। यह भी कहा गया कि बिना मास्क पहने आनेवाले ग्राहकों को व्यापारी सामान नहीं दें।उक्त जानकारी चैंबर महासचिव धीरज तनेजा ने देते हुए कहा कि संक्रमण से बचाव हेतु निर्धारित सुरक्षा मानकों से लोगों की लापरवाही भारी पड़ रही; न केवल स्वास्थ्य बल्कि अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर भी। संक्रमण के बढते फैलाव के बाद आखिर जब बात जान है तो जहान है तक पहुंच जाय तो फिर शत-प्रतिशत सावधानी रखना अत्यंत आवश्यक है। संक्रमण से स्वयं, अपने परिवार व समाज को सुरक्षित रखने हेतु हमें स्वेच्छा से कडे निर्णय करने ही होंगे। चूंकि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में संपूर्ण लॉकडाउन करना उचित नहीं है। इसलिए व्यापार व उद्योग जगत की भावना के अनुरूप फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज द्वारा स्वेच्छा से राज्य में स्मार्ट लॉकडाउन लगाने की पहल की गई है। FJCCI जनहित में अपने सभी सदस्यों और जो व्यापारी चैंबर के सदस्य नहीं हैं, से भी *अपील* करता है कि FJCCI के निर्णय में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें। फेडरेशन द्वारा सभी जिलों के चैंबर ऑफ कॉमर्स से विशेष आग्रह किया गया कि संगठन से जुडे सदस्यों-व्यापारियों को भी इस जरूरी निर्णय हेतु प्रेरित करें ताकि सडकों पर लोगों की अनावश्यक भीड को कुछ हद तक नियंत्रित किया जा सके। यह भी कहा गया कि संक्रमण की चेन नियंत्रित होने तक प्रदेश के सभी जिलों में यह व्यवस्था लागू रखें।आज की प्रेस वार्ता में चैंबर अध्यक्ष कुणाल अजमानी, महासचिव धीरज तनेजा, सह सचिव मुकेश अग्रवाल, कार्यकारिणी सदस्य रोहित अग्रवाल, प्रवीण लोहिया, नवजोत अलंग, थोक वस्त्र विक्रेता संघ के अध्यक्ष अनिल जालान, क्रेडाई अध्यक्ष बिजय अग्रवाल सहित अन्य लोग उपस्थित थे।