आयुक्त श्री जटाशंकर चौधरी ने आज छतरपुर के प्रखंड सह अंचल कार्यालय का निरीक्षण किया। वहीं अंचलाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारियों से प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय के विभिन्न कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने अंचल अधिकारी को कार्यशैली में सुधार करने का निदेश दिया। आयुक्त ने अंचल अधिकारी को निरीक्षण को गंभीरता से लेते हुए दिये गये निदेशों का अनुपालन करने का निदेश दिया। उन्होंने अंचल अधिकारी को सहायक से आगत एवं निर्गत पत्रों की पंजी एवं लंबित की सूची तैयार करने का निदेश दिया। निरीक्षण में आयुक्त ने पाया कि छतरपुर अंचल में दाखिल खारिज के 346 आवेदन निष्पादित हुए हैं। 154 निष्पादन की प्रक्रिया में है। जबकि 30 दिनों तक में 17 एवं 90 दिन की अवधि वाले 11 लंबित मामले पाये गये। आयुक्त ने दाखिल खारिज के मामलों का कर्मचारी वाइज समीक्षा करने एवं लंबित का शीघ्र निष्पादन का निदेश दिया। आयुक्त ने लंबित सर्टिफिकेट के आवेदनों को भी जल्द निष्पादन करने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि सर्टिफिकेट के लिए आवेदन करने वाले आवेदकों को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अंचल क्षेत्र की साक्षरता दर बढ़ाने का निदेश दिया। साथ ही अंचल कर्मियों की सुविधा हेतू आवासीय भवन का निर्माण कराने को लेकर उपायुक्त को समीक्षा करने के लिए निदेशित किया है, ताकि कर्मचारियों को रहने में सुविधा हो। हलका भवन की जरूरत को देखते हुए आयुक्त ने अपर समाहर्ता को हल्का कर्मचारी जिस हल्का में हों, वहां भवन बनाने का निदेश दिया। आयुक्त ने अंचल अधिकारी को कार्यालय चलाने के लिए एक-एक पंजी को देखते रहने का निदेश दिया। आयुक्त ने कुछ कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका का अवलोकन किया और सेवा पुस्तिका को कार्यालय की संपति बताते हुए किसी कर्मचारी को अपने पास नहीं रखने का निदेश दिया। आयुक्त ने प्रत्येक माह प्राप्त पत्रों की पंजी की समीक्षा करते हुए लंबित की सूची बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। बंदोबस्ती, आपदा, पेंशन, जमाबंदी सहित अंचल कार्यालय में संबंधित अन्य कार्यों की समीक्षा की।आयुक्त ने प्रखंड कार्यालय का निरीक्षण के दौरान सभी फाइलों का संधारण दुरुस्त करने का निर्देश दिया। वहीं स्थानांतरित हुए कर्मचारियों का सेवा पुस्तिका उनके स्थानांतरित कार्यालय को भेजने एवं इस कार्यालय मेन योगदान किए कर्मी का सेवा पुस्तिका मंगवाने का निर्देश दिया प्रखंड विकास पदाधिकारियों को दिया। कर्मचारियों का अवकाश लेने में एचआरएमएस का प्रयोग करने का निर्देश दिया। आगत पंजी एवं निर्गत पंजी को अपडेट एवं ठीक से संधारित नहीं किए जाने को लेकर प्रभारी सहायक एवं कैशबुक की अद्यतन जानकारी नहीं रखने को लेकर नाजिर से स्पष्टीकरण पूछने तथा उपायुक्त के माध्यम से भेजने का निर्देश दिया। आयुक्त ने निरीक्षण में पाया कि 1178 छात्राओं का वर्ष 2021 में छात्रवृत्ति योजना की सत्यापन जिला कल्याण से प्राप्त हुआ है, जिसका लाभ देने हेतु विद्यालय स्तर से सत्यापन किया जा रहा है। आयुक्त ने बिरसा मुंडा आवास, साइकिल वितरण, पोशाक वितरण, किट वितरण, पुस्तक वितरण की भी समीक्षा करते हुए इन सबों का भौतिक सत्यापन का निदेश दिया। उन्होंने योजनाओं का ठीक से संचालन करते हुए लाभुकों को लाभ देने का निदेश दिया। पुस्तक वितरण को लेकर आयुक्त ने 10 स्कूलों में जाकर पुस्तक वितरण की जांच करने का निर्देश दिया। आयुक्त ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय दिव्यांग पेंशन योजना, मुख्यमंत्री राज्य वृद्धावस्था पेंशन योजना, विधवा सम्मान पेंशन योजना, स्वामी विवेकानंद नि:शक्त स्वावलंबन प्रोत्साहन पेंशन योजना, मुख्यमंत्री राज्य आदिम जनजाति पेंशन योजना, मुख्यमंत्री राज्य एचआईवी/ एड्स पेंशन योजना, राष्ट्रीय परिवार हित लाभ योजना बीड़ी मजदूर आवास योजना, इंदिरा आवास आदि योजनाओं की विस्तृत निरीक्षण-सह- समीक्षा के दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी को नियमित रूप से योजनाओं की समीक्षा करने का निदेश दिया। वहीं विभिन्न आवास योजनाओं की भी समीक्षा का निदेश दिया। आयुक्त ने मनरेगा योजना के तहत डोभा निर्माण के लंबित होने पर गंभीरता जताते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी को डिटेल से समीक्षा करते हुए लंबित होने के कारणों का पता लगाने का सख्त निदेश दिया। वहीं उप विकास आयुक्त को इसकी विस्तृत समीक्षा का निदेश दिया है। आयुक्त ने प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय में पहुंचे लाभुकों से भी बात की और उनकी समस्याओं को जाना। लाभुकों द्वारा बताया गया कि वे लोग पेंशन को लेकर यहां पहुंचे हैं। आयुक्त ने तत्काल प्रखंड विकास पदाधिकारी को उनका पेंशन संबंधित सभी प्रक्रियाओं को पूर्ण करने का निदेश दिया। आयुक्त ने छतरपुर थाना का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने विभिन्न मामलों से संबंधित अलग-अलग तख्ती की जांच की। वहीं थाना भवन की जर्जर स्थिति को दुरुस्त करने हेतु पहल करने का आश्वासन दिया। आयुक्त ने तालिका फॉर्म में केस का स्टेटस लिखने का निर्देश दिया। वहीं इंटरनेट सेवा का अधिष्ठापन करते हुए सरकारी ई-मेल का प्रयोग करने का निदेश दिया। आयुक्त ने मालखाना को सुदृढ़ करते हुए वर्तमान परिदृश्य में भी मालखाना बनाने की बातें कही, ताकि प्रदर्श को रखने की समुचित व्यवस्था रहे एवं जरूरत पड़ने पर इन प्रदर्शो को न्यायालय में प्रस्तुत किया जा सके। प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय एवं थाने में निरीक्षण के दौरान आयुक्त के सचिव मतियस विजय टोप्पो, अपर समाहर्ता सुरजीत कुमार सिंह, छतरपुर अनुमंडल पदाधिकारी एनपी गुप्ता, छतरपुर एसडीपीओ अजय कुमार, इंस्पेक्टर वीर सिंह मुंडा, प्रखंड विकास पदाधिकारी अशोक कुमार, अंचल अधिकारी मोदस्सर नजर मंसुरी, थाना प्रभारी शेखर कुमार आयुक्त के पीए जयंत कुमार आदि उपस्थित थे