कोरोना संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु युद्ध स्तर पर प्रयास जारी हैं जिसका सकारात्मक प्रभाव दिख रहा है। जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार कमी आ रही है। इसके साथ ही जिला प्रशासन द्वारा युद्ध स्तर पर वैक्सिनेशन अभियान चलाया जा रहा है, ताकि जिले के शत प्रतिशत योग्य लाभुकों को टीकाकरण से आच्छादित किया जा सकें। आज तोरपा प्रखण्ड सभागार में उपायुक्त, श्री शशि रंजन की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। मौके पर उपायुक्त द्वारा बताया गया कि तोरपा प्रखण्ड को शत-प्रतिशत टीकाकरण से आच्छादित करने का लक्ष्य है। पूरे झारखण्ड में ये प्रयास खूंटी जिले के तोरपा प्रखण्ड में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि तोरपा प्रखण्ड का चुरदाग ग्राम राज्य का पहला शत-प्रतिशत वैक्सिनेटेड ग्राम है। उसी प्रकार पहली बार पूरे राज्य में पहला प्रखण्ड तोरपा बनें जिसमें पूर्ण टीकाकरण किया जाय। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुरक्षा के साथ-साथ यह एक बड़ा सामाजिक बदलाव भी होगा। आगे उन्होंने अधिकारियों/कर्मियों, पंचायत सेवक, मुखियाओं, एम.ओ.आई. सी, ए. एन. एम व सखी मण्डल की दीदीयों के दायित्वों के सम्बंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस दिशा में हर व्यक्ति को अपने स्तर से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने की आवश्यकता है। इस दौरान उन्होंने निर्देशित किया कि सभी की प्रथम प्राथमिकता होनी चाहिए कि प्रत्येक प्रखण्ड में शत-प्रतिशत टीकाकरण कराना सुनिश्चित किया जाय। इसके लिए विशेष टीमों का गठन किया गया है। इसमें प्रतिनियुक्त सुपरवाइजर द्वारा सम्बन्धित चार-चार पंचायतों में योग्य लाभुकों को टीकाकरण से आच्छादित किया जाएगा। इसमें उचित कार्ययोजना बनाकर पंचायतों में विशेष अभियान चलाए जाय। ताकि तोरपा प्रखण्ड में योग्य लाभुकों का शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित किया जा सकें एवं तोरपा पूरे राज्य के लिए उदाहरण बन कर सामने आय। इसके लिए समन्वय स्थापित करते हुए प्रत्येक पंचायत से वाहन प्रबंधन पर भी विशेष ध्यान दिया जाय। साथ ही संसाधनों का उचित प्रयोग करते हुए जिले के प्रत्येक टोलों तक पहुंच बनाकर लोगों को टीकाकरण से लाभान्वित किया जाय। *विशेष टीमों का गठन* बैठक के दौरान उपायुक्त द्वारा बताया गया कि इसके निमित्त विशेष टीमों का गठन किया गया है। तोरपा प्रखण्ड में कुल 16 पंचायत है, जिसमें प्रत्येक चार पंचायत में एक पर्यवेक्षक की नियुक्ति की गई है। साथ ही प्रत्येक पंचायत के एक इंचार्ज भी नियुक्त किये गए हैं। इसके अतिरिक्त कुल 32 वैक्सिनेशन टीमों का गठन किया गया है। उपायुक्त द्वारा निर्देशित किया गया कि प्रत्येक पंचायत में 200-300 वैक्सिनेशन कराने का लक्ष्य रखें। साथ ही इसमें ग्राम स्तर पर भी सखी मण्डल की दीदियों को टैग किया गया है। इस दौरान उपायुक्त द्वारा बताया गया कि संसाधनों का पूर्ण प्रयोग करते हुए लोगों में जागरूकता एवं सखी मण्डल की दीदियों द्वारा गांव-गांव में पहुंचकर कोरोना टीका के प्रति लोगों को जागरूक करें। साथ ही प्रखण्ड में सक्रिय प्रदान एन. जी.ओ व शिक्षकों द्वारा भी वृहद रूप से टीकाकरण महाअभियान में अहम भूमिका निभाई जाय। उन्होंने प्रखण्ड विकास पदाधिकारी व अंचल अधिकारी को निर्देशित किया कि प्रखंड प्रशासन लगातार बैठकें कर वैक्सिनेशन कार्य में तेजी लाने हेतु उचित प्रयास करें। साथ ही वैक्सिनेशन कार्यों में गति लाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन एवं प्रखंड प्रशासन द्वारा जनप्रतिनिधियों, शिक्षकों, सहियाओं व सखी मण्डल की दीदियों के साथ बैठक कर वैक्सिनेशन को बढ़ाने का सफल प्रयास किये जाने चाहिए। कोरोना संक्रमण के विस्तार को नियंत्रित करने की दिशा में उन्होंने सभी मुखिया से बात-चीत कर अहम भूमिका निभाने की अपील की। मौके पर सम्बन्धित मुखियाओं द्वारा बताया गया कि क्षेत्र के लोग अब जागरूक हुए हैं एवं टीकाकरण हेतु बढ़-चढ़ कर आगे आ रहे हैं। इस दौरान उपायुक्त ने कहा कि टीकाकरण को लेकर जिला अंतर्गत सकारात्मक वातावरण का निर्माण करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि बढ़ते संक्रमण की रोकथाम व तीसरी लहर की तैयारियों के मद्देनजर जिला प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ कर हस सम्भव प्रयास किये गए हैं। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में आमजनों को हर स्तर पर जागरूक करने का सूत्रधार बनें। ग्राम सभा, रात्री चौपाल व अन्य प्रभावशाली माध्यमों से लोगों को व्यापक तौर पर जागरूक करें। इसलिए हमें हर स्तर पर बेहतर कार्य योजना बनाकर लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। जिससे आमजन सरल रूप से इसकी उपयोगिता से अवगत हो सकें। *सुरक्षित समाज हेतु आप सभी की सहभागिता जरूरी:- उपायुक्त…*==================*गाँव-गाँव तक पहुंचाई जाय उचित जानकारियां:- उपायुक्त…*================== बैठक में कोरोना संक्रमण के रोकथाम के अलावा कोविड वैक्सीनेशन की गति को बढ़ाने के उद्देश्य से सभी को आगे आने की अपील की गई। उन्होंने निर्देश दिए कि इस अभियान में विशेष रूप से जे.एस. एल.पी.एस की सखी मण्डल की दीदियों द्वारा ग्रामीणों को व्यापक रूप से जागरूक किया गया। साथ ही उन्होंने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को निर्देशित किया कि आंगनवाड़ी सेविकाओं द्वारा प्रत्येक घरों में लाल, हरे अथवा पीले स्टीकर लगाए जाएंगे। इसमें जिस घर मे एक भी व्यक्ति ने कोरोना टीका नहीं लिया है उस घर के बाहर लाल स्टीकर, जिस घर में कुछ व्यक्तियों ने कोरोना टीका लिया है उस घर के बाहर पीला स्टीकर एवं जिस घर के सभी व्यक्तियों ने कोरोना टीका ले लिया है उस घर में हरा स्टीकर लगाए जाय। साथ ही लोगों को व्यापक स्तर पर सुदूरवर्ती क्षेत्रों में भी लोगों को जागरूक किया जाय। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के सम्बंध में भी लोगों को जागरूक करें। आमजनों को जानकारी दी जाय कि इसमें थोड़ी सी लापरवाही से खतरा काफी बढ़ सकता है, ऐसे में संक्रमण के खतरे से बचने के लिए वैक्सिनेशन सुरक्षा कवच है। सबसे महत्वपूर्ण वर्तमान में अपने साथ-साथ अपने परिवार की स्वास्थ्य सुरक्षा का विशेष रूप से ख्याल रखें। बैठक में बताया गया कि हमें अपनी स्वास्थ्य सुरक्षा हेतु अपने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना आवश्यक है और इसके लिए वैक्सीन अतिआवश्यक है। जिन्होंने अपना पहला डोज ले लिया है वो अपना दूसरा डोज भी अवश्य ले। यह टीका पूर्ण रूप से सुरक्षित है तथा जनहित में टीका लेना सभी के लिए आवश्यक है। क्षेत्रों में महाअभियान के तहत लोगों को टीकाकरण से होने वाले फायदे के बारे में जागरूक कर उन्हें टीकाकरण कराने हेतु प्रेरित करें।