गिरिडीहः (कमलनयन)
गिरिडीह स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सोमवार को एक बार फिर उजागर हुई है। सदर अस्पताल के अधीन संचालित चैताडीह मातृत्व शिशु स्वास्थ्य इकाई लापरवाही से एक नवजात बच्चे को चूहों ने गंभीर रूप से कुतर दिया। पूरे मामले का खुलासा सोमवार को तब हुआ, जब जिला 20 सूत्री समिति की टीम चैताडीह मातृत्व शिशु स्वास्थ्य इकाई के मेडिकल कर्मिर्यो की शिकायत मिलने पर निरीक्षण के लिए पहुंची।
संजय सिंह ने सिविल सर्जन को फटकार लगाई
टीम ने अस्पताल में निरीक्षण के दौरान देखा कि बच्चे के पूरे शरीर में कुतरने के दाग हैं। और कई जगहों पर जख्म के भी निशान पाए गए। स्वास्थ विभाग की लापरवाही का मामला स्पष्ट होने के बाद जेएमएम के जिला अध्यक्ष और 20 सूत्री के उपाध्यक्ष संजय सिंह ने इस मामले में सिविल सर्जन को फटकारा और कहा कि गरीबों के इलाज, जच्चा-बच्चा के रख रखाव एंव अन्य मद में हर माह आउटर्सोसिंग मद में करोड़ों का भुगतान होता है फिर भी ऐसी लापरवाही मानवता को शर्मसार करने जैसी है, यह कदापि सहनीय नही है.
सीएस ने चूक स्वीकार की, कार्रवाई की बात कही
हालाकि सिविल सर्जन डा. एस पी सिंह ने स्वीकारा की चूक हुई है। इसके लिए जो जिम्मेवार होंगे उनपर र्कारवाई होगी। बताया गया कि तीन दिन का नवजात शिशु देवरी प्रखंड के सकल देव सिंह की बहन का बेटा था। तीन दिन पहले ही बच्चे का जन्म हुआ था। जन्म के बाद देखभाल के नवजात को एसएनसीयू में भर्ती किया गया था, जहां बच्चे की देखभाल के बीच चूहों ने कुतर दिया। इस बात की जानकारी मिलने के बाद डुमरी जेएमएम के नेता ने मामले की जानकारी जेएमएम के जिला अध्यक्ष संजय सिंह को दी। फिलहाल हालात को देखते हुए नवजवात को बेहतर इलाज के लिए धनबाद रेफर कर दिया गया है.