12.1 C
New Delhi
Monday, December 23, 2024
HomeLocal NewsDhanbadकतरास में बजरंग दल ने निकाला विशाल जुलूस, किया शौर्य प्रदर्शन, सभा...

कतरास में बजरंग दल ने निकाला विशाल जुलूस, किया शौर्य प्रदर्शन, सभा में विहिप भी हुई शामिल

कतरास (धनबाद): बजरंग दल कतरास प्रखंड तथा विश्व हिन्दू परिषद के तत्वावधान में गीता जयंती पखवाड़ा (शौर्य दिवस) के अवसर पर मंगलवार को शौर्य संचलन को लेकर भव्य जुलूस निकाला गया। जुलूस में सैकड़ों की संख्या में लोग हाथों में भगवा ध्वज लहराते हुए प्रमुख चौक-चौराहों से गुजरे। जुलूस भक्ति गीतों में नाचते-गाते तथा धार्मिक उद्घोष के साथ स्वास्तिक सिनेमा रोड से निकल कर पंचगढ़ी बाजार होते हुए नदी किनारे सूर्य मंदिर प्रांगण पहुंचा। जहां से जुलूस कतरास स्टेशन रोड में आयोजित सभा स्थल पहुंचा। सभा स्थल पर भारत माता और प्रभु श्रीराम जी के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित कर सभा की शुरुआत की गई। मंच पर विराजमान अतिथियों को भगवा अंगवस्त्र देकर कार्यकर्ताओं ने स्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन विकास बजरंगी और धन्यवाद ज्ञापन तापस डे ने किया।

संगठन में ही मानव की सभी समस्याओं का हल: विदुषी लाडली शरण

कतरास में विश्व हिंदू परिषद द्वारा आयोजित शोर्य सभा कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में सुविख्यात राष्ट्रीय सरस प्रवक्ता बाल विदुषी लाडली शरण जी महाराज वृंदावन धाम ने बजरंगियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मनुष्य के जीवन में संगठन का बड़ा महत्व है। अकेला मनुष्य शक्तिहीन है, जबकि संगठित होने पर उसमें शक्ति आ जाती है। संगठन की शक्ति से मनुष्य बड़े-बड़े कार्य भी आसानी से कर सकता है। संगठन में ही मनुष्य की सभी समस्याओं का हल है, जो परिवार और समाज संगठित होता है वहां हमेशा खुशियां और शांति बनी रहती है और ऐसा देश तरक्की के नित नए सोपान तय करता है।

कोई भी धर्म आपस में बैर करना नहीं सिखाता

उन्होंने कहा कि संगठित परिवार, समाज और देश का कोई भी दुश्मन कुछ नहीं बिगाड़ सकता, जबकि असंगठित होने पर दुश्मन जब चाहे आप पर हावी हो सकता है। संगठन का मार्ग ही मनुष्य की विजय का मार्ग है। यदि मनुष्य किसी गलत उद्देश्य के लिए संगठित हो रहा है तो ऐसा संगठन अभिशाप है, जबकि किसी अच्छे कार्य के लिए संगठन वरदान साबित होता है। प्रत्येक धर्म ग्रंथ संगठन और एकता का संदेश देते हैं। कोई भी धर्म आपस में बैर करना नहीं सिखाता। सभी धर्मों में कहा गया है कि मनुष्य को परस्पर प्रेमपूर्वक वार्तालाप करना चाहिए। मनुष्य जब एकमत होकर कार्य करता है तो संपन्नता और प्रगति को प्राप्त करता है। संगठन में प्रत्येक व्यक्ति का विशेष महत्व होता है, इसलिए जब मनुष्य संगठित होकर कोई कार्य करता है तो उसके परिणाम में विविधता देखने को मिलती है।

समान नागरिक संहिता लागू करने की जरूरत

मौके पर पधारे सुविख्यात राष्ट्रीय प्रखर प्रवक्ता युवा महन्त श्रीश्री 108 स्वामी सीताराम शरण महाराज ने कहा कि यह संभव नहीं कि किसी विषय पर सभी व्यक्तियों का मत एक जैसा ही हो, बल्कि प्रत्येक व्यक्ति किसी विषय या समस्या को अपने नजरिये से ही देखता है और इसी आधार पर उसका समाधान भी खोजता है, लेकिन जब बात संगठन की आती है तब मनुष्य को वही करना चाहिए जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों का भला हो। संगठन में प्रत्येक मनुष्य को अपनी व्यक्तिगत भावनाओं पर नियंत्रण करना होता है, इसलिए संगठन में व्यक्ति को शारीरिक तौर पर ही नहीं, बल्कि मानसिक व बौद्धिक रूप से भी समर्पित होना पड़ता है। जनसंख्या नियंत्रण कानून, समान नागरिक संहिता, समान धर्मस्थल संहिता, समान शिक्षा बोर्ड,समान न्याय संहिता लागू करने की आवश्यकता है.

ये लोग थे शामिल

मौके पर विहिप गौ रक्षा सह संयोजक कमलेश सिंह, जिला अध्यक्ष द्वारिका तिवारी, पूर्व विभाग संयोजक विकास बजरंगी, प्रखण्ड अध्यक्ष शंकर भगत, जिला मंत्री पप्पू यादव, जिला संयोजक आनंद महतो, जिला सह मंत्री रंजीत रवानी, जिला सह संयोजक तापस दे, मातृ शक्ति सुषमा गुप्ता, दुर्गावाहिनी नेहा रवानी,सोनू सिंह, गोविंद जी, अनूप राय,  लालू झा, अनिल महतो,  मनोज कुमार, बिनोद चौहान, जितेंद्र दास, विकेश सिंह, रामचरित रॉय,  उत्तम रवानी, राजकुमार बर्मन, विशाल बजरंगी, मोनू रवानी, गोपाल सिंह, उत्तम रवानी, चितरंजन सिंह, मुकेश भट्ट, राहुल रजक, सुजीत रवानी, मनीष सिंह, राम चरित्र रॉय, राखो हरी पटवा, कल्याण घोष, रोहित सिंह, विवेक अग्रवाल, अंकित साव, चंदन चक्रवर्ती, आनंद खंडेलवाल आदि मौजूद थे।

Most Popular

Recent Comments