खूंटी – आज उपायुक्त, श्री शशि रंजन एवं पुलिस अधीक्षक, श्री आशुतोष शेखर द्वारा कचहरी मैदान, खूंटी में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले परेड का अंतिम पूर्वाभ्यास का निरीक्षण किया गया।इसमें CRPF 94 बटालियन, जिला बल, झारखण्ड पुलिस, SIRB की पहली टुकड़ी, SIRB की दूसरी टुकड़ी, SIRB की महिला पुलिस कर्मियों की टुकड़ी, बैंड के संगत में लोयला हाई स्कूल की टुकड़ी के कैडेरों ने हिस्सा लिया। साथ ही राष्ट्रगान के लिए DAV स्कूल एवं उर्सलाइन कॉन्वेंट स्कूल के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। इस दौरान सार्जेन्ट मेजर व सार्जेन्ट द्वारा पूर्वाभ्यास करने वाले प्रतिभागियों का नियमानुसार नेतृत्व किया गया।मौके पर उपायुक्त द्वारा बताया गया कि राष्ट्रीय एकता और इसकी क्षमता बनाए रखने के लिए आवश्यक है कि राष्ट्रीय एकता के सभी तत्वों का पूर्ण पालन और पूर्ण सम्मान किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता दिवस का शुभ अवसर इस बार हम सभी को पूर्ण सतर्कता व सावधानी के साथ मनाने की आवश्यकता है।आगे उन्होंने कहा कि कोविड-19 से बचाव के लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत है। इस दिशा में आमजनों का सहयोग अपेक्षित है।उल्लेखनीय है कि गणतंत्र दिवस की तैयारियों के तहत् परेड का पूर्वाभ्यास दिनांक-11.08.2020 से प्रारम्भ किया गया। जिसके तहत् आज अंतिम पूर्वाभ्यास किया गया।*15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के मुख्य कार्यक्रम का प्रसारण जिले के आधिकारिक फेसबुक व ट्विटर पर देखें*=================इस दौरान उपायुक्त द्वारा बताया गया कि कोविड-19 के संक्रमण से रोकथाम के मद्देनजर आगामी 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस का मुख्य कार्यक्रम कचहरी मैदान, खूंटी में जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार आयोजित होगा। इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण आमजन घर बैठे जिला प्रशासन के आधिकारिक फेसबुक व ट्विटर पर देख सकते हैं।*आधिकारिक फेसबुक पेज– @DCkhunti123 एवं ट्विटर अकाउंट– @DCkhunti*उपायुक्त द्वारा अपील की गई है कि अनावश्यक अपने घरों से बाहर ना निकलें। सभी लोगों से अपील है कि सामाजिक दूरी का पालन करें एवं मास्क का अनिवार्य रूप से प्रयोग करें। सरकार व जिला प्रशासन द्वारा जारी सभी दिशा-निर्देशों का पूर्ण पालन करना महत्वपूर्ण है।*इसके साथ ही जिला प्रशासन, खूंटी द्वारा सभी लोगों को सूचित किया गया है कि प्लास्टिक के बने राष्ट्रध्वज का प्रयोग न करें।* राष्ट्रीय ध्वज देश के लोगों की उम्मीदों और आकांक्षाओं का प्रतीक है। भारत फ्लैग कोड 2002 यानि झंडे से जुडे़ नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करना अनिवार्य है। आगामी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर यह आवश्यक है कि फ्लैग कोड के सभी नियमों का पूर्ण पालन किया जाना चाहिए।इसके तहत प्लास्टिक का झंडा इस्तेमाल करने पर लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। यह देखने में आया है कि महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के अवसर पर कागज के झंडों के स्थान पर प्लास्टिक के बने झंडों को प्रयोग में लाया जाता है। महत्वपूर्ण राष्ट्रीय, सांस्कृतिक और खेल के कार्यक्रमों में फ्लैग कोड ऑफ इंडिया, 2002 के प्रावधानों का ध्यान रखते हुए लोगों को सिर्फ कागज के बने झंडों का ही प्रयोग करना चाहिए। कार्यक्रम के बाद ऐसे कागज के झंडों को जमीन पर नहीं छोड़ या फेंका नहीं जाना चाहिए। प्लास्टिक के झंडे कागज की तरह जैविक रूप से खुद-ब-खुद नष्ट नहीं होते हैं और वातारवरण के लिए हानिकारक होते हैं। प्लास्टिक से बने झंडों का सम्मानपूर्वक उचित निपटान सुनिश्चित करना एक समस्या है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि हम राष्ट्रध्वज का पूर्ण सम्मान करें एवं फ्लैग कोड के नियमों का अनुपालन हो।