देवघर। जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रो जिस रफ़्तार से बढ रहा है। वैसी स्थिति में लोगों को कोरोना से बचाव बहुत जरूरी है ।वैश्विक महामारी कोरोना में निरंतर जिले भर के सभी डाकघरो के कर्मचारियों ने कोरोना से बचाव करते हुए सभी सेवाएं को निरंतर जारी रखे हुए हैं । लेकिन अभी तक देवघर जिले में आठ डाक कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए गए जिसमें देवघर के पोस्टमास्टर की मृत्यु भी कोरोना संक्रमण हो गया ।देवघर में डाक विभाग के कर्मचारियों का कोरोना जाँच पिछले गुरुवार को तथा शुक्रवार को पुराना सदर अस्पताल देवघर में लिया गया था ।जिसमें अभी तक गुरुवार का ही जाँच रिपोर्ट आया है, जिसमें एक महिला डाककर्मी तथा दो पुरूष डाककर्मी संक्रमित पाए गए ।उसी रिपोर्ट मे मरणोपरांत पोस्टमास्टर की रिपोर्ट भी डाक विभाग को मिला है ।अगर सही समय पर कोरोना जाँच की रिपोर्ट आ जाती तो शायद उक्त पोस्टमास्टर को बचाया जा सकता था, लेकिन कोरोना टेस्ट की जांच रिम्स राँची या धनवाद जाता है, जिसके कारण रिपोर्ट नहीं आया है और डाक विभाग परिवार का एक कर्तव्यनिष्ठ कर्मचारी की आकस्मिक मृत्यु कोरोना संक्रमण के कारण हो गया।डाक विभाग के वरीय अधिकारियों ने पिछले 3 अगस्त से ही डाकघर बी देवघर को बंद कर दिया था, क्योंकि पहली बार 27 जुलाई को कोरोना टेस्ट करवाया गया जिसमें चार कर्मचारी संक्रमित पाए गए, सभी को घरों में कोरेनटाईन किया गया है ।डाकघर के कर्मचारियों ने अपने वरीय पदाधिकारी से अनुरोध किया था कि जब तक सभी कर्मचारियों का कोरोना जाँच रिपोर्ट नहीं आया है तब तक डाकघर बंद कर दिया जाए क्योंकि संक्रमित पाए गए कर्मचारी डाकघर आने वाले दूसरे लोगों को संक्रमित न कर सके।वरीय पदाधिकारी ने अपने डाकघरो के कर्मचारियों के हित में तथा देवघर वासियों के हित में अभी तक डाकघर बंद कर रखा है क्योंकि अभी तक सभी कर्मचारियों का कोरोना जाँच रिपोर्ट पूरा नहीं आया है । डाकघर के कर्मचारी काफी भयभीत है वही डाकघर के कर्मचारियों का कहना है कि उनकी सेवा निरंतर जारी रहेगी, रिपोर्ट आ जाए तो फिर सभी डाक कर्मचारी अपनी सेवाएं मे सदैव तत्पर रहेंगे ।डाकघर के कर्मचारियों ने अपने वरीय पदाधिकारी का लिए गये निर्णय के लिए धन्यवाद दिया है । न्यूज़ सोर्स न्यूज़ माक्रान्त देवघर