उपायुक्त चितरंजन कुमार द्वारा कृषि, सहकारिता, पशुपालन मत्स्य, एवं गव्य विभाग के कार्यों की समीक्षा की गई।
समाहरणालय सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होंने कार्यों में प्रगति लाने सहित अन्य निर्देश दिए।
उपायुक्त श्री कुमार ने कृषि विभाग की समीक्षा में किसानों को केसीसी का लाभ देने का निर्देश दिया एवं बीज के वितरण की जानकारी प्राप्त की।
इस दौरान उन्होंने कहा कि 817 किसानों को धान का बीज वितरण किया गया है एवं किसानों के बीच अरहर तथा उरद का बीज भी जल्द वितरित किया जाएगा।
उपायुक्त श्री कुमार ने कहा कि रबी के मौसम में किसानों के बीच गेंहू का बीज तथा सरसों का मिनी किट भी वितरित किया जाएगा।
इस दौरान मत्स्य विभाग की समीक्षा की गई एवं बताया गया की प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना अंतर्गत अभी तक मत्स्य विभाग को 16 सितंबर तक 62 आवेदन प्राप्त हुए हैं।
ज्ञात हो कि मत्स्य संपदा योजना भारत सरकार द्वारा इसी वर्ष शुरू की गई है जो अगले 5 वर्षो तक चलेगी।
उपायुक्त श्री कुमार ने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना को जिले में सफल बनाने के लिए एक जिला स्तरीय समिति गठित करने की बात कही, जिसमें जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक के सहयोग से अहर्ता रखने वाले आवेदन का चयन कर उन्हें जल्द से जल्द लाभ देने का निर्देश दिया।
सहकारिता विभाग की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने लैम्स एवं पैक्स को मजबूत एवं व्यापार मंडल को सुदृढ़ करने का निर्देश दिया।
इस दौरान उन्होंने केसीसी के आवेदन की जानकारी प्राप्त की एवं बैंको द्वारा कितने आवेदन स्वीकृत किए गए हैं की जानकारी ली। उपायुक्त ने किसानों को केसीसी कार्ड निर्गत करने में प्रगति लाने का निर्देश दिया।
उन्होंने मिट्टी के नमूने की जांच को भी अधिक-से-अधिक कराने का निर्देश दिया।
गव्य विकास के कार्यो की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने जेएलएलपीएस को निर्देश दिया की वितीय वर्ष 2019- 20 में पशुपालन संबंधित योजनाओं के जितने भी लाभुक हैं उनकी सूची उपायुक्त के अनुमोदन के साथ दे।
बैठक में बताया गया कि जिले में सभी पशुओं का घर-घर जाकर टीकाकरण शुरू किया जाएगा एवं गोवंश पशुओं का 12 डिजिट का गोपनीय पहचान नंबर बनाया जाएगा जिससे सरकार के पास एवं जिला के पास पशुओं एक डेटाबेस तैयार हो सके। यह भविष्य में दूध उत्पादन के क्षेत्र में क्रांति लाएगा। इस संबंध में उपायुक्त ने सभी पशु चिकित्सकों को टीकाकरण से पहले बैठक कर एक परामर्श लेने का निर्देश दिया।
गव्य विकास के कार्यो की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने साहिबगंज जिले के महादेवगंज में शुरू किए जा रहे हैं मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट यूनिट की जानकारी प्राप्त की एवं कहा कि जल्द ही जिला प्रशासन राज्य सरकार से राशि की मांग करेगा एवं दूध प्रोसेसिंग प्लांट की शुरुआत करेगा।