लोहरदगा – जीवन में जब कोई नौकरी करने आता है तो उसकी विदाई पहले से तय रहती है। यह जीवन-मृत्यु की तरह सत्य है। कोई जब बिना आरोप के पूरी नौकरी ईमानदारी से करता है और सेवानिवृत्त होता है तो वह क्षण दुखी होने का नहीं, खुश होने का होता है। उक्त बातें उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो ने जिला कल्याण पदाधिकारी रमेश चौबे के आज सेवानिवृत्त होने पर आयोजित एक कार्यक्रम में कही। यह कार्यक्र समाहरणालय स्थित सभागार में आयोजित की गई। उपायुक्त ने कहा कि सेवानिवृत्त होना एक उपलब्धि है। श्री चौबे भाग्यशाली लोगों में से है। आप जीवन में तनावरहित रहें। सेवानिवृत्ति के बाद आप किस पद पर रहे, उसे याद ना रखें, यही खुशहाल जीवन का मूलमंत्र है।
आगमन के साथ प्रस्थान पूर्व से निर्धारित : उपविकास आयुक्त
उप विकास आयुक्त अखौरी शशांक सिन्हा ने डाॅ हरिवंश राय बच्चन की कविता की पंक्तियों का उल्लेख करते हुए कहा कि सेवा के क्षेत्र में आगमन के स्वागत के साथ ही विदाई निश्चित रहती है। यह मार्मिक क्षण होता है। उप विकास आयुक्त ने कहा कि श्री चौबे ने अपने कर्तव्यों का बेहतर तरीके से निर्वहन किया है। नौकरी के दौरान कभी भी इन्होंने पारिवारिक परिशानियों को अपने कर्तव्यों के बीच आने नहीं दिया।
खुशी के साथ-साथ दुख का अनुभव : जिला कल्याण पदाधिकारी
जिला कल्याण पदाधिकारी रमेश चौबे ने कहा कि यह क्षण खुशी के साथ-साथ दुख होेने का अनुभव दे रहा है। मैंने दिये गये दायित्वों को अपनी संवेदनशीलता को जोड़कर काम किया। यहां के पदाधिकारियों व कर्मियों के साथ काम करना एक अच्छा अनुभव रहा।
कार्यक्रम में अनुमण्डल पदाधिकारी अरविदं कुमार लाल ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
कार्यक्रम में श्री चौबे को उपायुक्त और उप विकास आयुक्त द्वारा शॉल ओढ़ाकर व स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर जिला आपूर्ति पदाधिकारी (प्रभार) नारायण राम, नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी देवेंद्र कुमार, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी पलटू महतो, सिविल सर्जन डाॅ विजय कुमार, स्थापना उपसमाहर्ता अमित बेसरा, समाजिक सुरक्षा कोषांग के सहायक निदेशक अलमल ईन्दू उरांव, जिला आपदा प्रबधंन पदाधिकारी विभाकर कुमार समेत जिला कल्याण कार्यालय, लोहरदगा के कर्मचारीगण उपस्थित थे।