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Monday, December 23, 2024
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खूंटी – झारखंड का तीसरा धूम्रपान मुक्त जिला घोषित हुआ खूँटी

आज समाहरणालय सभागार में उपायुक्त, श्री शशि रंजन की अध्यक्षता में आयोजित जिला तंबाकू नियंत्रण समन्वयक समिति (DTCCC) की बैठक में धूम्रपान मुक्त घोषणा समारोह का आयोजन किया गया। उक्त समारोह में जिले के सभी वरीय पदाधिकारियों द्वारा धूम्रपान मुक्त घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किया गया तथा उपायुक्त द्वारा सम्पूर्ण जिले को धूम्रपान/तम्बाकू मुक्त बनाए रखने की अपील की गई।
इस दौरान उपायुक्त द्वारा बताया गया कि खूंटी को धूम्रपान मुक्त जिला घोषित करना प्रसन्नता का विषय है। इस कार्य हेतु उपायुक्त द्वारा खूँटी जिले की आम जनता, शैक्षणिक संस्थानों, सहयोगी संस्था सीड्स के सभी पदाधिकारियों, स्वास्थ्य विभाग के सभी पदाधिकारी, पुलिस विभाग सहित जिले के सभी नागरिकों की सराहना की गई है।
*उपायुक्त ने कहा कि अब हमारा अगला अभियान खूँटी को तंबाकू मुक्त जिला (टोबैको फ्री डिस्ट्रिक्ट) बनाने का होगा।*
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कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त ने समस्त जिला वासियों से अपील करते हुए कहा की धूम्रपान के पश्चात अब हमें खूंटी को तम्बाकू मुक्त जिला बनाने की मुहिम शुरू करनी है, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियों को तम्बाकू के दुष्प्रभावों से बचाया जा सके। उपायुक्त ने तम्बाकू नियंत्रण हेतु जिले में गठित त्रिस्तरीय छापामार दस्ते के सभी सदस्यों को शैक्षणिक संस्थानों के 100 गज के अंदर अवस्थित सभी तम्बाकू उत्पाद बेचने वाले दुकानदारों को हटवाते हुए नियमित रूप से छापामारी करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि तंबाकू स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इससे मानव स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। व्यक्ति गंभीर बीमारियों से ग्रसित हो जाता है। यह आवश्यक है कि हर व्यक्ति इस दिशा में गंभीर दृष्टिकोण अपनाएं, अपनी दिनचर्या में नकारात्मक परिवर्तन ना आने दें। आगे उन्होंने कहा कि आधुनिकता के इस दौर में हमारी युवा पीढी नकारात्मक विचारों से प्रभावित होती है। हमें ये समझने की आवश्यकता है कि स्वस्थ्य भविष्य के लिए वर्तमान में भी बेहतर कदम उठाने होंगे। हमें समझने की आवश्यकता है कि यदि हमें एक सुरक्षित जीवन की परिकल्पना करनी है तो इसके लिए अभी से ही प्रयास जारी रखने चाहिए। इस दिशा में उन्होंने साइकिलिंग करने के भी सुझाव दिए उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानियों व गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए तम्बाकू मुक्त जीवन महत्वपूर्ण है।
तम्बाकू नियंत्रण हेतु राज्य सरकार की तकनीकी सहयोगी संस्था सोशियो इकोनॉमिक एण्ड एजुकेशनल डेवलपमेंट सोसाईटी (सीड्स) के कार्यपालक निदेशक, श्री दीपक मिश्रा ने पावर पॉइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया कि राज्य सरकार एवं सीड्स के द्वारा संयुक्त रूप से राज्य के सभी 24 जिलो में चलाए जा रहे तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत तम्बाकू नियंत्रण अधिनियम COTPA-2003 की विभिन्न धाराओ के अनुपालन की स्थिति जानने हेतु समय- समय पर स्वतंत्र एजेंसी से अनुपालन सर्वेक्षण कराया जाता है, तथा उस अनुपालन प्रतिवेदन के आधार पर COTPA -2003 की धारा 4 (सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान पर प्रतिबंध) के अनुपालन की बेहतर स्थिति के अनुसार जिलों को धूम्रपान मुक्त घोषित किया जाता है। इसी क्रम में उपायुक्त द्वारा आज खूँटी को राज्य का तिसरा धूम्रपान मुक्त जिला घोषित किया गया है।
विदित हो कि पिछले दिनों राज्य के दो जिले राँची और बोकारो को धूम्रपान मुक्त जिला घोषित किया जा चुका है।
सीड्स के कार्यपालक निदेशक ने बताया कि अनुपालन सर्वेक्षण में धूम्रपान मुक्त के तय मानको के आधार पर खूँटी सहित राज्य के 7 जिलों को धूम्रपान मुक्त जिला घोषित करने का निर्णय किया गया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2003 में भारतीय संसद द्वारा पारित कोटपा अधिनियम के सफल क्रियान्वयन के कारण देश में तंबाकू नियंत्रण पर काफी हद तक सफलता प्राप्त किया गया है। धूम्रपान करना एक खतरनाक आदत है जहां छोटे-छोटे बच्चे हैं वहां तो स्थिति और भी अधिक नाजुक बन जाती है। तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम को अभियान के रूप में चलाए जाने के काफी अच्छे परिणाम प्राप्त हुए हैं।
दीपक मिश्रा ने बताया कि तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम को सफल बनाने में हर स्तर से सहयोग मिला है। अब सार्वजनिक स्थलों यथा सिनेमा हॉल, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, सार्वजनिक सड़क, शिक्षण संस्थानों, कार्यालयों सहित अन्य स्थानों पर धूम्रपान करना एक दंडनीय अपराध है। उन्होंने सभी शैक्षणिक संस्थानों को तम्बाकू मुक्त करने तथा तम्बाकू उत्पाद बेचने वाले दुकानदारों को नगर पंचायत के द्वारा लाइसेंस जारी करने का सुझाव दिया।
सिविल सर्जन, डॉ प्रभात कुमार ने घोषणा समारोह में आये सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए बताया कि खूँटी को स्मोक फ्री जिला बनाने का अभियान 2016-17 से ही चलाया जा रहा है। इस अभियान में सीड्स की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण रही है और जिले के तमाम पदाधिकारियों का भरपूर सहयोग मिला है। पिछले चार वर्षों के सतत प्रयास के बाद आज जिले को धूम्रपान मुक्त जिला घोषित होने का गौरव प्राप्त हुआ है।

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