देवघर। शनिवार को उप विकास आयुक्त संजय सिन्हा द्वारा मोहनपुर प्रखंड के तुंबाबेल गांव में दीदी बड़ी योजना का शुभारंभ फीता काटकर व फलदार पौधा लगाकर किया गया।
इस मौके पर उप विकास आयुक्त ने जेएसएलपीएस की उपस्थित दीदीयों को दीदी बाड़ी योजना से जुड़ी विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने कहा की ग्रामीण महिलाओं व उनके बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिये सरकार ने दीदी बाड़ी योजना का पूरे राज्य में शुभारंभ किया है। यह योजना मनरेगा और जेएसएलपीएस के संयुक्त सहयोग से रोजगार के साथ साथ लोगो को पोष्टिक आहार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लाया गया है।
इसके अलावे उन्होंने दीदी बाड़ी योजना के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए आगे कहा कि लॉकडाउन के कारण ग्रामीण जनजीवन को सामाजिक व आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। दैनिक मजदूरी पर आश्रित परिवारों को ना केवल आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है बल्कि इसका प्रभाव उनके पोषण पर भी पड़ रहा है गर्भवती महिलाएं एवं उनके बच्चे भी प्रभावित हो रहे हैं। उनके पोषण संबंधी जरुरतों को पूरा करने के लिए दीदी बाड़ी योजना का शुरुआत की गई है। लाभुक अपने बेकार पड़े जमीन में खेती कर स्वावलंबी बन सकेंगे। इसके लिए लाभुको को जेएसएलपीएस के द्वारा बीज, पौधा उपलब्ध किया जायेगा एवं मनरेगा योजना के माध्यम से लाभुकों को मजदूरी भुगतान किया जायेगा। साथ ही उन्होंने ग्रामीणों से दीदी बाड़ी योजना का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाने का आग्रह किया। इसके साथ ही उन्होंने दीदीयों का जाॅबकार्ड बनाने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया, ताकि महिलाओं को दीदी बाड़ी योजना का ज्यादा से ज्यादा लाभ दिलाया जा सकें।
इसके अलावे सखी मंडल की महिलाओं द्वारा आजीविका के क्षेत्र में किए जा रहे गैर-कृषि कार्यों का अवलोकन आज उप विकास आयुक्त देवघर श्री संजय सिन्हा द्वारा किया गया। जिसके अंतर्गत इन्होंने जेएसएलपीएस द्वारा मोहनपुर प्रखंड के तुंबाबेल गांव में तैयार किए जा रहे जैविक क्लस्टर का भ्रमण किया। साथ ही 10 सखी मंडल की महिलाओं के साथ जैविक कृषि पर बातचीत की।
इसके अलावा इंटरप्राइजेज के क्षेत्र में किए जाने वाले कार्य जैसे लहठी उत्पादन, बंधनी बाटी उत्पादन, कॉस्मेटिक्स दुकान इत्यादि के मद्देनजर हरकट्टा, मोहनकनाली, भैरवाटांड इत्यादि का भ्रमण किया। अजमेरी आजीविका सखी मंडल, गुलाब फूल आजीविका सखी मंडल, एवं गुलाब आजीविका सखी मंडल के सदस्यों से बातचीत की।
इसके अलावा सिंचाई के साधनों में कमी देखते हुए कृषि कार्यों में सुगमता एवं सहजता हेतु मनरेगा योजना के अंतर्गत इन गांव में कुएं और जैविक खाद निर्माण हेतु नाडेफ किट की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए विभाग से प्रस्ताव भी मांगा है।
साथ ही सखी मंडल की महिलाओं द्वारा आजीविका के क्षेत्र में किए जाने वाले कार्यों की सराहना की।
मौके पर जिला कार्यक्रम प्रबंधक प्रकाश रंजन, राज्य प्रबंधन इकाई से राखी, जिला प्रबंधक संतोष कुमार यादव, अजीत कुमार एवं अन्य जेएसएलपीएस कर्मी उपस्थित रहें। न्यूज़ सोर्स न्यूज़ मकरान्त देवघर