झारखंड सरकार तथा झारखण्ड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी, के समन्यव से ग्रामीण महिलाओं के उत्थान एवं उन्हें स्वाबलंबी बनाने की दृष्टि से एक अनूठी पहल की गयी है। जिसमें सखी मंडल या स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा हस्त निर्मित वस्तुओं तथा उनके उत्पादनों को बाज़ार दिया जा रहा है।
सखी मंडल समूह या स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पाद को झारखंड सरकार द्वारा *पलाश* नाम दिया गया है। इस ब्रांड के माध्यम से महिला समूहों द्वारा उत्पादित वस्तुओं को पूरे झारखण्ड में उतारा गया है। जहां महिलाएं वभिन्न सखी मंडल समूह से जुड़ कर प्रशिक्षण हासिल कर सकतीं है और उनके उत्पाद को आसानी से बाज़ार भी उपलब्ध हो सकेगा। इससे न सिर्फ़ महिलाओं को रोज़गार की संभावनाएं मिलेंगी बल्कि झारखण्ड की परंपरागत हस्तनिर्मित वस्तु का वैष्वीकरण भी सम्भव हो सकेगा।
आज उपायुक्त राम निवास यादव ने अपने कार्यालय परिसर में ज़िले के सखी मंडल समूह की महिलओं द्वारा निर्मित उत्पादों के शो केस (पलाश प्रदर्शनी सह बिक्री केंद्र) का उद्घटान किया।
झारखण्ड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी एवं जिला प्रशासन के सहयोग से विभिन्न गांवों की महिलाओं द्वारा निर्मित वस्तुओं को अब ज़िले में “पलाश” ब्रांड के तहत बाज़ार उपलब्ध हो सकेगा।
इन उत्पादों को जिलेवासी समाहरणालय परिसर स्थित दीदी कैफ़े से संपर्क कर ख़रीद सकते हैं ।
इस क्रम में बतया गया की झारखण्ड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी द्वारा स्थापित शो केस में बोरियो की महिलाओं द्वारा बनाया गया आचार जो ज़िले में काफी प्रसिद्ध है, तथा हस्तनिर्मित बेलन चकला, चूड़ी-लहठी, सिल्क की साड़ी, जूट के बैग, मसाले, चप्पल एवं क्षेत्रीय अन्य खाद्द उत्पादों को पलाश नाम से बेचा जाएगा जिससे इन उत्पादों को राज्य तथा राष्ट्र स्तर पर पहचान भी मिल सकेगी।