देवघर। मंगलवार को उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में मत्स्य विपणन हेतु गठित समिति की समीक्षा बैठक का आयोजन समाहरणालय सभागार में किया गया। इस दौरान उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निदेशित किया कि जिले में मत्स्य पालन को उद्योग के रूप में विकसित करने की आवश्यकता है, ताकि यहां के कृषक बेहतर विकल्प के रूप में मत्स्य पालन से आपको जोड़ सकें। बैठक में उपस्थित प्रगतिशील मत्स्य कृषक एवं प्रखण्ड मत्स्य प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए उपायुक्त ने वर्तमान में मत्स्य पालन की वास्तुस्थिति पर चर्चा करते हुए होने वाली समस्याओं व मिलने वाली सुविधाओं से अवगत हुए। साथ हीं सभी आश्वस्त करते हुए उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से हर संभव सुविधा आप सभी उपलब्ध कराने का प्रयास किया जायेगा, ताकि देवघर जिले में मत्स्य पालन को उद्योग के रूप में विकसित किया जा सके।
इसके अलावे समीक्षा के क्रम में उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निदेशित किया कि प्रखण्ड स्तर पर मत्स्य समिति को पूर्ण रूप से एक्टिव करते हुए ज्यादा से ज्यादा कृषक मित्रों को मछली पालन से जोड़ते हुए उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान किये जा सके।
*■ आपसी समन्वय के साथ करें बेहतर कार्यः-उपायुक्त….*
इसके अलावे बैठक के दौरान एक्वेरियम शाॅप/रंगीन मछली पालन के विपणन आदि से संबंधित चयन समिति बैठक में उपायुक्त द्वारा देवघर जिले के मत्स्य विक्रेताओं को स्वच्छ वातावरण में मछली के विपणन/परिवहन हेतु सारी व्यवस्था करने का निदेश जिला मत्स्य पदाधिकारी को दिया गया। साथ हीं उपायुक्त की अध्यक्षता में गठित मत्स्य लाभुक समिति द्वारा लाभुकों को ऑटो रिक्शा, ई-रिक्शा, पिकप वैन, चलंत ठेला/स्टॉल आदि अनुमानित दर पर उपलब्ध कराने हेतु लाभुकों का चयन किया गया।
बैठक के दौरान उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजंत्री द्वारा जानकारी दिया गया कि खुदरा मछली विक्रेताओं को स्वच्छ वातावरण में मछली परिवहन/विपणन हेतु चार लाभुकों का चयन किया गया है, जिन्हें चलंत ठेला/स्टाॅल उपलब्ध कराया जाएगा। आगे उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा 60 प्रतिशत अनुदान पर ऑटो रिक्शा/पिकप वैन एवं 80 प्रतिशत अनुदान पर ई-रिक्शा उपलब्ध कराया जाना है। ऑटो रिक्शा/पिकप वैन एवं ई-रिक्शा हेतु भी दो-दो लोगांे का चयन समिति के माध्यम से किया गया है। खुदरा मछली विक्रेताओं को कटिंग टूल्स उपलब्ध कराने हेतु सात लाभुकों का चयन किया गया है। साथ हीं एक्वेरियम शॉप चलाने वाले लाभुकों की सूची तैयार करते हुए उपायुक्त कार्यालय को समर्पित करें। साथ हीं उनकी बेहतरी हेतु आवश्यक कार्य करने का निदेश दिया गया। इसके अलावे समीक्षा के क्रम उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निदेशित किया कि आपसी समन्वय के साथ कार्यो का निष्पादन करें ताकि लाभुकों को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।
*बैठक में उपरोक्त के अलावे* प्रशिक्षु आईएएस श्री संदीप कुमार मीणा, जिला पशुपालन पदाधिकारी प्रतिनिधि श्री सुनील तिवारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी श्री प्रशांत कुमार दीपक, जिला गव्य विकास पदाधिकारी प्रतिनिधि श्री त्रिशूल प्रकाश, मत्स्य प्रसार पदाधिकारी एवं प्रगतिशील मत्स्य कृषक, प्रखण्ड मत्स्य के प्रतिनिधि एवं संबंधित विभाग के अधिकारी आदि उपस्थित थे।