धनबाद के निरसा में सॉफ्ट कोक प्लांट संचालन में निरसा थाना प्रभारी तथा एसडीपीओ निरसा की भूमिका पर सवाल उठाते हुए उपायुक्त उमा शंकर सिंह ने वरीय पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर निरसा थाना प्रभारी सुभाष सिंह पर अविलंब कड़ी अनुशासनिक कार्रवाई करने तथा एसडीपीओ निरसा से स्पष्टीकरण प्राप्त कर यथोचित अनुशासनिक कार्रवाई करने की अनुशंसा की है। इस संबंध में उपायुक्त ने कहा है कि निरसा में सॉफ्ट कोक संचालन में उत्पन्न गतिरोध को दूर करने के लिए अपर जिला दंडाधिकारी (विधि व्यवस्था) चंदन कुमार के नेतृत्व में त्रिस्तरीय कमेटी का गठन किया गया था। कमेटी ने संपूर्ण प्रकरण की गहनता से जांच की और अपनी रिपोर्ट उपायुक्त को सौंपी। उक्त रिपोर्ट में निरसा थाना प्रभारी के क्रियाकलापों पर विस्तृत टिप्पणी की गई है। जिससे प्रतीत होता है कि उन्होंने अपने कर्तव्य की अवहेलना की है। कदाचार और निजी स्वार्थ के लिए उनपर अपने क्षेत्राधिकार से बाहर जाकर उद्योग संचालकों का भयादोहन करने के गंभीर आरोप लगे हैं। प्राइमा फेसी यह आरोप सही मालूम पड़ते हैं। उपायुक्त ने बताया कि निरसा थाना प्रभारी पर अविलंब कड़ी अनुशासनिक कार्रवाई करने की अनुशंसा की है। साथ ही जांच प्रतिवेदन में निरसा एसडीपीओ की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए हैं। उनकी मौजूदगी में थाना प्रभारी द्वारा नियमों एवं कानूनों का उल्लंघन किया गया है। जिससे संदेह उत्पन्न होता है कि कहीं सुनियोजित तरीके से फैक्ट्री संचालकों का भयादोहन कर पैसा उगाही का प्रयास तो नहीं किया जा रहा था । इसलिए वरीय पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर अनुरोध किया गया है कि वे अपने स्तर से निरसा एसडीपीओ से स्पष्टीकरण प्राप्त करते हुए उचित अनुशासनिक कार्रवाई करें। जिससे उपरोक्त घटना की पुनरावृत्ति धनबाद जिले के अन्य थाना क्षेत्र में ना होने पाए। साथ इसके लिए जिले के सभी संबंधित पुलिस पदाधिकारियों को भी उचित दिशा निर्देश दें।