13.1 C
New Delhi
Tuesday, December 24, 2024
HomeLocal NewsSahibganjसाहिबगंज - बाल संरक्षण समिति एवं जिला चाइल्ड लाइन सलाहकार बोर्ड की...

साहिबगंज – बाल संरक्षण समिति एवं जिला चाइल्ड लाइन सलाहकार बोर्ड की बैठक आयोजित

समाहरणालय स्थित सभागार में उपायुक्त राम निवास यादव की अद्यक्षता में आज जिला बाल संरक्षण समिति एवं जिला चाइल्ड लाइन सलाहकार बोर्ड की बैठक आयोजित की गई।
★बैठक के दौरान चर्चा एवं सहमति :
बैठक में सभी थाना के बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी का बालमित्र थाना एवं पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय कार्यालय में प्रति माह बैठक आयोजित करवाने पर चर्चा की गई एवं सभी थानों में आयोजित होने वाले चौकीदार बैठक में जिला बाल संरक्षण इकाई एवं चाइल्डलाइन को शामिल करने पर भी चर्चा की गई।
इस दौरान बाल व्यापार से मुक्त कराए गए बच्चों का आवासीय विद्यालय में नामांकन एवं उनके परिवार को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से जोड़ने पर चर्चा हुई तथा विकास भारती बालगृह साहिबगंज एवं मिशनरी ऑफ चैरिटी कुंडली बरहेट में आवासीय बच्चों का प्रत्येक माह स्वास्थ्य जांच करवाने पर सहमति बनी।
इसके अलावा बाल देखभाल संस्थान में कोविड संक्रमण से बचाव हेतु उपाय पर चर्चा हुई एवं बाल संरक्षण एवं सेवाओं का जिला मुख्यालय, अस्पताल, रेलवे स्टेशन सभी प्रखंड मुख्यालय, सभी विद्यालयों, महाविद्यालयों एवं अन्य स्थानों पर प्रचार प्रसार एवं जागरूकता पर चर्चा भी की गई तथा बालिकाओं को अस्थाई रूप स्वाधार गृह में रखने पर चर्चा हुई।
बैठक में विकास भारती बाल गृह से वहां रहने वाले बच्चों को दी जाने वाली सुविधा की जानकारी ली एवं कहा उन्हें ठंड के मौसम में अधिक केअर करने की आवश्यकता है। बाल संरक्षण समिति की समीक्षा करते हुए बाल संरक्षण कार्य योजना के अनुश्रवण की समीक्षा की गई।
इस दौरान जिला में समेकित बाल संरक्षण योजना के मानकों/मापदंडों का अनुश्रवण की स्थिति की जानकारी ली गयी एवं ग्राम तथा प्रखण्ड स्तर पर बाल संरक्षण समिति के कार्यों की भी समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने चाइल्ड लाइन बोर्ड को बरहरवा से मिर्जाचौकी रेलवे स्टेशन पर निगरानी रखने एवं आने जाने वाले बच्चों का डाटा एकत्रित करने का निर्देश दिया।
चाइल्ड लाइन से संबंधित 144 मामले आये जिसमे 12 बच्चों को स्पोंशेरशिप मिल गया है एवं अन्य बच्चों को अन्य गतिविधियों में लगाया गया है।
इसी संबंध में उपायुक्त ने मानव तस्करी से छुड़ाकर लाई बच्चीयों का नामांकन पर चर्चा करते हुए उनका नामांकन विद्यालय या आंगनबाड़ी केंद्रों में कराने का निर्देश दिया। एवं कहा कि जो बच्चीयों सीखने की इक्षुक हैं उनका कौशल विकास प्रशिक्षण देकर उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करने पर चर्चा हुई।
★उपायुक्त ने दिए निर्देश :
बैठक के दौरान उपायुक्त ने वार्ड स्तर पर बाल संरक्षण समिति कि प्रत्येक तीन माह में बैठक एवं जागरूकता कार्यक्रम करवाने का निर्देश दिया एवं बाल मजदूरी बाल विवाह बाल व्यापार एवं बाल संरक्षण से संबंधित विषयों पर जागरूकता अभियान चलाना तथा संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर बाल संरक्षण के मुद्दों पर रोकथाम एवं एवं कार्यवाही करने पर चर्चा की गई।
इस दौरान उपायुक्त ने परिवार आधारित कार्यक्रम पोस्टर केयर, स्पॉन्सरशिप एवं किनशिप केयर योजना हेतु आय प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र एवं अन्य आवश्यक दस्तावेजों का समक्ष पदाधिकारी द्वारा सुगमता पूर्वक निर्गत किए जाने का निर्देश भी दिया।
बैठक में उपायुक्त ने बाल मज़दूरी में लिप्त बच्चो की समीक्षा करते हुए ऐसे बच्चों को विद्यालय भेजने एवं बच्चों समग्र विकास के लिए चलाये जा रहे प्रशिक्षण केंद्रों से डाटा एकत्रित कर बच्चों का नामंकन विद्यालयों में कारने का निर्देश दिया।
इसके अलावे प्रखण्ड स्तर पर सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों बैठक कर बाल संरक्षण से संबंधित समस्यायों को निपटाने एवं ग्राम सभा आयोजित कर बाल मजदूरी रोकने, मानव तस्करी रोकने एवं अन्य गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए जागरूकता फैलाने का निर्देश दिया।
■जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा संचालित :
जिले में बाल संरक्षण से संबंधित बाल संरक्षण इकाई कार्यरत है जिले में किशोर न्याय बोर्ड कार्यरत है जिनमें बाल कल्याण समिति,चाइल्ड लाइन, रेलवे चाइल्ड लाइन, एसजेपीयू एवं बालमित्र थाना बालकों के लिए बाल गृह विकास भारती नवजात शिशुओं के लिए बाल गृह मिशनरीज ऑफ चैरिटी आदि गठित हैं।
इस दौरान बताया गया कि जनवरी 2020 से दिसंबर 2020 तक 61 बालक बालगृह में आवासित रहे हैं,
जनवरी 2020 से दिसंबर 2020 तक 50 बालक को उनके परिवार के सुपुर्द कर दिया जा चुका है। वर्तमान में विकास भारती बाल गृह में 11 बालक आवासित है।
जबकि मिशनरीज ऑफ चैरिटी कुंडली में 11 नवजात शिशु में 6 बालक एवं 5 बालिका आवासीत हैं। एवं चाइल्डलाइन के द्वारा 24 बच्चों का मेडिकल किया गया है, 43 बच्चों को शेल्टर दिया गया है 55 बच्चों को उनके घर भेजा गया है 53 बच्चों को भी PFA प्राप्त हुआ है, 20 गुमशुदा केस प्राप्त हुए हैं, दूसरे जिलों से चाइल्डलाइन को 14 बच्चों का केस भी आया है तथा चाइल्ड लाइन में 144 बच्चों का अलग-अलग मामले में केस प्राप्त हुआ है।

Most Popular

Recent Comments