देवघर के के.के.एन स्टेडियम में मंगलवार को भाजपा ने किसान सम्मलेन का आयोजन किया जिसमे मुख्य अतिथि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी थे।
आज के कार्यक्रम में भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने किसान बिल को लेकर विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी किसानों के हित में काम कर रही है। जिसका विपक्ष विरोध कर रही है। इसलिए किसान बिल को लेकर के भारतीय जनता पार्टी जन जागरण अभियान चलाएगी।
केंद्र सरकार किसान बिल पास होने पर किसान अपनी अनाज को देश के किसी भी कोने में बेच सकती है जबकि विपक्ष किसानों को गुमराह करने की काम कर रही है।
सम्मलेन मे पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य के हेमंत सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि हेमंत सरकार किसान विरोधी सरकार है, जिनकी कथनी और करनी मे जमीन आसमान का फर्क है।
राज्य में माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमंन्त सोरेन जी के नेतृत्व में झामुमो ,कांग्रेस और राजद महागठबंधन की सरकार के 1वर्ष पूरे होने जा रहे। लंबे चौड़े वायदों और घोषणाओं के साथ इस महागठबंधन ने जनता को मुंगेरीलाल के हसीन सपने दिखाए थे। परंतु ये सपने टूटते देर नही लगी। यह महागठबंधन ठगबंधन साबित हो गया।
आज प्रदेश फिर से उग्रवाद की चपेट में आ गया है। विकास के कार्यक्रम बिल्कुल ठप्प पड़े हैं। कोरोना काल की दुर्व्यवस्था जग जाहिर है। रोजगार की खोज में मजदूर फिर से पलायन को मजबूर हैं। गरीब भूख से मरने को विवश हैं। बहन बेटियों की इज्जत सुरक्षित नही।
भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या हो रही है और ऐसी परिस्थिति में हेमंत सरकार लूट खसोट, ट्रांसफर पोस्टिंग, खनिजो, पत्थर, बालू की तसकरी में जुटी है। इतना ही नही सरकार ने धान खरीद के आदेश पर भी रोक लगा दी। प्रदेश में विचौलियों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
प्रखंड,थाना,अंचल कार्यालय भ्रस्टाचार के केंद्र बन गए हैं। अब तो पंचायत चुनाव को टालकर गांव के विकास के पैसे को भी लूटने की योजना बन रही।
राज्य की ऐसी दुर्दशा होते भारतीय जनता पार्टी नहीं देख सकती। भाजपा ने राज्य के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
भाजपा की पूर्ववर्ती सरकार ने विकास के सुशासन की नई गाथा लिखी थी। एक सशक्त विपक्ष की भूमिका का निर्वहन करते हुए भाजपा सड़क पर उतरकर धरना और प्रदर्शन के लिये बाध्य है।
मौके पर दुमका सासंद सुनील सोरेन, सारठ विधायक रंधीर सिंह, विधायक अनंत ओझा, विधायक अमित मंडल, देवघर जिला अध्यक्ष सह विधायक नारायण दास प्रदेश. उपाध्यक्ष विनोद शर्मा, पूर्व विधायक अभय प्रसाद, पूर्व विधायक अशोक भगत, पूर्व विधायक देवेन्द्र कुवर, पूर्व सासंद जय प्रकाश नारायण सिंह, संजीव जजवाड़े, रीता चौरसिया, सोमनाथ सिंह, अमिता रक्षित, निवास मंडल, राजीव मेहता, संजीव मिश्रा, पंकज सिंह भदौरिया, अधीर चंद्र भैया, रवि तिवारी, सुनीता सिंह, दिलीप सिंह, प्रभाकर शाडिल्डय, राकेश नरोने उर्फ सुग्गा, सचिन सुल्तानिया, अमृत मिश्रा, रूपा केशरी, बाबू सोना श्रृंगारी, मल्लिका झा चंद्रशेखर खवाड़े,
राजीव रंजन सिंह पप्पू यादव, विकास कुमार, विजया सिंह, अतुल सिंह, सावित्री झा, बब्लू राव, धनंजय खवाड़े, सागर झा, मीना झा, आदि मौजूद थे।