उपायुक्त, श्री शशि रंजन की अध्यक्षता में एन.जी.ओ से सम्बंधित बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में जिले में कार्यरत विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल थे। मौके पर उक्त संस्थाओं द्वारा संचालित विविध योजनाओं, उनके कार्य क्षेत्र की जानकारी प्राप्त की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिले के समग्र विकास में स्वयंसेवी संस्थाओं का महत्वपूर्ण योगदान होता है। जिले में कार्यरत किसी भी स्वयंसेवी संस्था को अपनी योजनाओं के कार्यान्वयन में किसी भी तरह की समस्या सामने आये तो तत्काल जिला प्रशासन को सूचित करें। जिला प्रशासन हरसंभव मदद कर उनकी समस्याओं का समाधान करेगा।इस दौरान सिनी संस्थान द्वारा बताया गया कि बाल संरक्षण से सम्बंधित कल्याणकारी प्रयास जारी है। साथ ही बच्चो के विकास के लिए भी जिला समाज कल्याण विभाग के साथ मिलकर बेहतर कार्य किये जा रहे हैं। इसके साथ ही प्रदान, लिड्स, एनबीजेके, महिला विकास व अन्य एन. जी.ओ द्वारा शिक्षा व कृषि सम्बन्धित किये गए कार्यों की जानकारियां साझा की गई। मौके पर उपायुक्त द्वारा बताया गया कि कृषि, शिक्षा वग्रामीण विकास के क्षेत्र में बेहतर कार्यों के लिए सभी का संयुक्त प्रयास महत्वपूर्ण है। विशेषकर सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की गति में योगदान किया जा सकता है। उनके द्वारा बताया गया कि प्रशासन जिले में खेल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कार्य योजना बना रही है। इसके साथ ही पोषण के क्षेत्र में भी उचित रूप से कार्यो का क्रियान्वयन किया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने बताया कि कुपोषित बच्चो की देखभाल हेतु एम.टी.सी सेंटरों में की गई व्यवस्थाओं का अनुश्रवण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को स्वरोजगार के लिए विभिन्न प्राशिक्षण कार्यक्रमों से जोड़ा जाना आवश्यक है। साथ ही जल संरक्षण की दिशा में भी कार्य किये जाने चाहिए। उपायुक्त द्वारा निर्देश दिया गया कि जिले के प्रखंडो में एन. जी.ओ द्वारा किये जा रहे कार्यों का पर्यवेक्षण सम्बन्धित प्रखण्ड के वरीय पदाधिकारियों द्वारा किया जाय। उन्होंने कहा कि सभी के संयुक्त प्रयासों से धरातल पर विकास के कार्यों का उचित क्रियान्वयन किया जाना सम्भव है।