आज ग्रामीण विकास विभाग, सचिव श्रीमती आराधना पटनायक द्वारा खूंटी जिले का दौरा किया गया। इस दौरान उन्होंने सखी मंडल की महिलाओं से विकास कार्यों पर चर्चा की एवं आजीविका सशक्तिकरण के प्रयासों का जायजा लिया। मौके पर श्री राजीव कुमार, मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, जेएसएलपीएस, उप विकास आयुक्त, श्री विष्णु परिदा, मुख्य परिचालन पदाधिकारी, श्री बिपिन बिहारी, परियोजना निदेशक जोहार, डी०पी०एम, जे.एस. एल.एल.पी.एस व प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, खूंटी सहित अन्य अधिकारी/कर्मी उपस्थित थे। *सखी मण्डलों द्वारा निर्मित/उत्पादित सभी वस्तुओं को मिलेगी पलाश ब्रांडिंग से पहचान*=====================इस दौरान ग्रामीण विकास विभाग, सचिव श्रीमती आराधना पटनायक द्वारा इमली प्रसंस्करण इकाई, कालामाटी का निरक्षण किया गया, इसमें 30 महिला मण्डल जुड़ी हुई हैं तथा कुल 600 महिलाओं को लाभान्वित किया गया है। मौके पर उन्होंने महिलाओं से प्रसंस्करण इकाई के संचालन सम्बन्धी जानकारियां ली। साथ ही इससे लाभ लेने हेतु महिलाओं को सहज रूप से जोड़ने की बात कही। इसके साथ ही लाह प्रसंस्करण इकाई का निरीक्षण किया गया, जिसमें कुल 150 महिलाओं को लाभान्वित किया गया है। मौके पर लाह प्रसंस्करण की प्रक्रियाओं की जानकारी महिलाओं से ली गयी। साथ ही आजीविका संसाधन केंद्र, गुटजोरा के भ्रमण के दौरान जानकारी ली गयी कि इसमें 90 कृषक एवं पशु सखी को जोड़ा गया है। साथ ही 100 एकड़ में लिफ्ट सिंचाई का भौतिक अवलोकन कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गए। इसी क्रम में जोहार पॉली नर्सरी का निरीक्षण किया गया, इसमें 112 सदस्यों को जोड़ा गया है। साथ ही झिमडी टपक इकाई एवं जोहार एग्री मार्ट का निरीक्षण कर महिलाओं से संवाद किया, उन्होंने कहा कि सहज व प्रभावशाली माध्यमों से महिलाओं को जुड़ते हुए अपने उज्ज्वल भविष्य की दिशा में अग्रसर होने की आवश्यकता है। इसके साथ ही अनिगड़ा लेमन ग्रास आच्छादन इकाई का निरीक्षण कर लेमनग्रास युक्त हैंड सैनीटाइजर व ऑइल बनाने की प्रक्रिया के सम्बंध में जानकारी ली। साथ ही महिलाओं से संवाद के क्रम में उन्होंने कहा कि सभी महिलाओं को आजीविका से जोड़ा जाना महत्वपूर्ण है। इसी कड़ी में उन्होंने पलाश मार्ट, खूंटी का निरीक्षण कर निर्मित उत्पादों की पलाश ब्रांडिंग किये जाने के सम्बंध में दिशा-निर्देश दिए।साथ ही उन्होंने कहा कि आजीविका संवर्धन हुनर अभियान के तहत सखी मण्डलों को आजीविका के वैकल्पिक साधनों से जोड़ा जाएगा एवं उनके द्वारा निर्मित/उत्पादित वस्तुओं की पलाश ब्रांडिंग की जायेगी। निरीक्षण के क्रम में प्रसंस्करण इकाइयों के क्षमता वर्धन हेतु निर्देश दिए गए। भ्रमण के दौरान जेएसएलपीएस की दीदियों द्वारा सांस्कृतिक रूप से स्वागत किया गया। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ करने के उद्देश्य से एवं प्रगति की ओर ग्रामीणों का उत्साहवर्धन करने के लक्ष्य को साझा करने के लिए ग्रामीण विकास विभाग, सचिव श्रीमती आराधना पटनायक द्वारा सखी मण्डल की दीदियों से सीधी वार्ता की गई।*सामाजिक प्रगति की ओर अग्रसर हों ग्रामीण माहिलाएं– ग्रामीण विकास विभाग, सचिव श्रीमती आराधना पटनायक*=====================मौके पर ग्रामीण विकास विभाग, सचिव श्रीमती आराधना पटनायक द्वारा महिलाओं को बताया गया कि हम सभी का लक्ष्य होना चाहिए कि हम बहुमुखी प्रगति के पथ पर अग्रसर हो सकें। उन्होंने कहा कि सतत विकास के उद्देश्यों को पूर्ण करने की दिशा में आगे बढ़ने की आवश्यकता है।हमें इसका सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करना है। जिससे हर व्यक्ति स्वावलंबन और आत्मविश्वास को सिद्ध कर सके। हम अपने गाँव और अपने श्रम से आत्मनिर्भर जीवन की ओर कदम बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि खूंटी जिला के ग्रामीणों का यह उत्साह देखकर प्रतीत होता है कि विकास की गति अब नहीं रुकेगी। साथ ही खूंटी जिले की माहिलाएं पूरे राज्य के लिए सही उदाहरण बन कर उभरेंगी। उन्होंने इन कार्यो को सफल रूप प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन और सखी मण्डल की दीदियों के साथ जनसामान्य की भी सराहना की है। साथ ही इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए ग्रामीणों का आत्मबल भी बढ़ाया। उन्होंने ग्रामीणों को खेती के साथ-साथ पशुपालन व मत्स्य पालन की दिशा में भी प्रेरित किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वर्तमान में सखी मण्डल की दीदियों । उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत संचालित योजनाओं के प्रति ग्रामीणों का उत्साह और आत्मविश्वास से भरी परिवर्तन की ललक सराहनीय है।साथ ही जल संरक्षण की विभिन्न संरचनाओं का निर्माण यथा टीसीबी, मेढ़ बंदी, सोखता गड्ढा आदि के तहत लगातार सक्रिय प्रयास जारी है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को इसी प्रकार का उत्साह अन्य लोगों को भी प्रोत्साहित करता है। *इस दौरान राजीव कुमार, मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, जेएसएलपीएस द्वारा महिलाओं को संबोधित करते हुए बताया गया कि सखी मण्डल की प्रेरक दीदियों के माध्यम से हर व्यक्ति अपने स्तर से जागरूक बन रहे हैं।* उन्होंने सखी मण्डल की दीदियों की प्रसंशा करते हुए कहा कि दीदियों ने ग्रामीणों को अपने हित के लिए जागरूक बनने की राह दिखाई है। इसके साथ ही उन्होंने उपस्थित ग्रामीणों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि इसी उत्साह और मेहनत के साथ एकजुट होकर इन योजनाओं का क्रियान्वयन करने में अपनी अहम भूमिका निभाएं।