आज दिनाक-24.02.2020 को उप विकास आयुक्त श्री संजय सिन्हा की अध्यक्षता में विकास भवन के सभागार में जिला अन्तर्गत किये जा रहें विकास कार्यों की समीक्षा बैठक आहूत की गई। बैठक में प्रखंडवार विभिन्न योजनाओं की अद्यतन प्रगति प्रतिवेदन पर उप विकास आयुक्त ने एक-एक कर समीक्षा किया। समीक्षा के क्रम में उप विकास आयुक्त ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को विभिन्न योजनाओं के सफलता पूर्वक क्रियान्वयन हेतु कई आवश्यक निर्देश दिए गए।समीक्षा बैठक के दौरान उप विकास आयुक्त ने कहा कि सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2020-2021 में आवास का निर्माण लक्ष्य के अनुरूप ससमय पूर्ण करना सुनिश्चित करें। इस दौरान उन्होनें स्थायी प्रतीक्षा सूची में शेष बचे लाभुकों के संदर्भ में जानकारी ली अथवा अयोग्य लाभुकों का 3 दिनों के अंदर रिमांड करते हुए प्रतीक्षा शून्य किए जाने का दिशा निर्देश दिये तथा स्वीकृत आवासों के विरुद्ध शत-प्रतिशत लाभुकों को FTO के तहत राशि भुगतान कराने के निर्देश दिए गए। साथ ही वित्तीय वर्ष 2016-17 एवं 2018-19 में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत किये गए कार्यो की समीक्षा करते हुए लंबित कार्यों को मार्च 2021 तक पूर्ण कराने का निदेश उप विकास आयुक्त द्वारा सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को दिया गया। समीक्षा के दौरान विभिन्न प्रखंडो में किसी कारणवश प्रधानमंत्री आवास योजना लंबित पाए जाने को लेकर उप विकास आयुक्त ने संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारियों एवं प्रखंड समन्वयक को कड़ी फटकार लगाते हुए सभी अपूर्ण बचे आवास को लेकर पंचायतवार समीक्षा करते हुए जल्द से जल्द रिपोर्ट उप विकास आयुक्त कार्यालय को सौंपने का निर्देश दिया। इसके अलावा उन्होंने बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर आवास योजना की समीक्षा करते हुए योग्य चयनित लाभुकों को द्वितिय किस्त की राशि दिये जाने का निदेश संबंधित अधिकारियों को दिया। उप विकास आयुक्त ने कहा कि सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं प्रखंड समन्वयक आपस में समन्वय बनाकर और भी अधिक सक्रियता से कार्य करते हुए परसेंटेज में सुधार करें। तथा सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी क्षेत्र भ्रमण कर अपने अपने क्षेत्र के अपूर्ण आवास योजनाओं को पूर्ण करें।समीक्षा के क्रम में सभी रोजगार सेवक, पंचायत सचिव, बीपीओ को मनरेगा के तहत किये जा रहें कार्यों में तेजी लाने को कहा गया है। उप विकास आयुक्त ने मनरेगा योजना में तेजी लाने का आदेश देते हुए मनरेगा से संबंधित एवं प्रखंडस्तरीय संचालित योजनाओं के किसी भी कार्य में लापरवाही न बरती जाए, अन्यथा संबंधित कर्मचारी व पदाधिकारियों के संबंध में जिला पर प्रतिवेदन अग्रसारित करने की चेतावनी दी गई । उन्होंने आगे कहा कि हमे मनरेगा के तहत और भी अधिक सक्रियता एवं निरंतरता बनाए रखते हुए कार्य करने की आवश्यकता है। मनरेगा योजना की समीक्षा के क्रम में ग्रामीण क्षेत्र में किये जा रहे तालाब, कुंआ, डोभा , TCB ,नाडेप, सोकपिट, रेनवाटर हार्वेस्टिग जैसी योजनाओं को 15 दिनों के अन्दर पूर्ण करने का निर्देश सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया गया। साथ ही इन योजनाओं की जियो टैगिग फेज-1 व फेज-2 की समीक्षा करते हुए शेष योजनाओं की जियो टैगिग करने के निर्देश दिए।बैठक में मनरेगा के तहत क्रियान्वित दीदीबाड़ी योजना से संबंधित प्रगति प्रतिवेदन की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को आपसी समन्वय स्थापित कर सरकार द्वारा निर्धारित सभी लक्ष्य को ससमय पूर्ण करने एंव मिशन मोड में कार्य करने हेतु आवश्यक व उचित दिशा निर्देश दिया। जिले में चल रहे योजनाओं के प्रगति रिर्पोट की समीक्षा के दौरान उप विकास आयुक्त ने जिले के सभी पंचायत प्रभारियों में से लक्ष्य के अनुसार कार्य प्रदर्शन नहीं करने वाले कर्मियों को फटकार लगाई और ससमय लक्ष्य को पूर्ण करने की चेतावनी दी गई। साथ ही सभी क्रियाशील योजनाओं का ससमय एमआईएस एंट्री एवं फोटो अपलोड करते हुए लक्ष्य अनुरूप प्रगति सुनिश्चित करने का दिशा निर्देश संबंधित पदाधिकारियों को दिया।बैठक के अंत में विभिन्न योजनाओं के पेंडिंग मामलों को लेकर उप विकास आयुक्त ने कहा कि कार्य में लापरवाही किसी भी हाल में मान्य नही है, संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी जल्द प्रदर्शन में सुधार करें। कार्य में सुधार नही होने पर संबंधित के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।