बोकारो । लाठीचार्ज एवं गली देने मामले में झरिया इंस्पेक्टर डॉ प्रमोद कुमार सिंह शुक्रवार को नप गए। बोकारो रेंज की पुलिस महा निरीक्षक (IG) प्रिया दुबे ने लापरवाही, अनुशासनहीनता एवं मनमाने पुलिस अधिकारी होने का आरोप में उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।झरिया के बोरागढ़ ओपी स्थित ऐना परियोजना के आरके ट्रांसपोर्ट में पिछले दिनों हाजिरी बाबू मोहित श्रीवास्तव की हत्या के बाद परिजनों द्वारा मुआवजे की मांग को लेकर शव के साथ प्रदर्शन करने के दौरान झरिया थाना के इंस्पेक्टर पीके सिंह के द्वारा परिजनों पर बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज एवं गाली देने के मामले में इंस्पेक्टर पीके सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। IG प्रिया दुबे ने प्रमोद कुमार सिंह के खिलाप वायरल वीडियो और मीडिया से मिली शिकायत तथा जनता से दुर्व्यवहार कि जानकारी मिलने पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सिन्दरी से जांच कराई। जिसमें उनके खिलाफ आरोपो को सत्य पाकर प्रमोद कुमार सिंह को पुलिस की छवि धूमिल करने तथा अपने हरकतों से जनता को आक्रोशित करने का जिम्मेवार पाया गया। इसी के आधार पर प्रमोद कुमार सिंह को निलंबित करते हुए इनके ख़िलापी विभागीय कार्यवाई शुरू करने का आदेश दिया गया है। अपने आदेश में आईजी ने वायरल वीडियो को आधार बनाते हुए कहा है कि भीड़ में दो ही व्यक्ति थे लेकिन थाना प्रभारी अपशब्दों का प्रयोग करते नजर आ रहे है। तथा एक ही व्यक्ति को पुलिस कर्मी द्वारा दौड़ा दौड़ा कर पीटते नजर आ रहे है। बता दें कि बोरागढ़ ओपी क्षेत्र के ऐना परियोजना में झरिया पुलिस द्वारा मृतक मोहित कुमार के परिजनों के उपर लाठीचार्ज किया गया था साथ ही गालियां भी दी गई थी। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मामले में संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए थे। जिसके बाद धनबाद एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए सिंदरी डीएसपी को जांच का जिम्मा सौंपा गया था। डीएसपी अजित कुमार सिन्हा जांच कर इसकी मूल प्रति धनबाद एसएसपी को सौपा थाझारखण्ड के झरिया के थानेदार प्रमोद कुमार सिंह को आइजी ने सस्पेंड कर दिया है।विभागीय कार्यवाही करने का भी आदेश दिया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खुद मामले की जांच कर सख्त कार्रवाई का आदेश दिया था।