रांची – राज्य सरकार सूबे के सभी 264 प्रखंडों में कोरोना की जांच शुरू कराएगी। वर्तमान में रिम्स रांची, यक्षमा आरोग्यशाला इटकी, पीएमसीएच धनबाद और एमजीएम जमशेदपुर में कोरोना की जांच की जा रही है। इसके अलावा टीएमएच जमशेदपुर के अलावा सभी जिलों में ट्रूनेट मशीन से शुरुआती जांच कराई जा रही है।सरकार ने 15 हजार एंटीजन किट की व्यवस्था भी की है। वहीं 50 ट्रूनेट मशीन और मंगाई गई है। इस आधार पर ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार शाम मीडिया को बताया कि राज्य के सभी प्रखंडों में कोरोना की जांच सुविधा उपलब्ध कराकर गति और बढ़ाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि संक्रमितों की संख्या बढ़ने से चिंतित होने की जरूरत नहीं है। सरकार ने जांच का दायरा पहले की तुलना में अब काफी बढ़ा दिया है। इसलिए केस अधिक मिल रहे हैं। अब सरकार को संक्रमण का ट्रेंड पता चल रहा है और पूरा डाटबेस तैयार हो रहा है। इससे आगे कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए बेहतर प्रबंधन किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना जांच में झारखंड सरकार अब पहले से बेहतर स्थिति में आ गई है। सरकार अपने सीमित संसाधनों का अधिकतम उपयोग करते हुए कोरोना पर नियंत्रण का प्रयास कर रही है।घर पर कोरोना मरीजों को मिलेगा परामर्श :सीएम सोरेन ने बताया कि कोरोना पॉजीटिव केस बढ़ रहे हैं। संक्रमित व्यक्ति के इलाज में डॉक्टर से अधिक नर्सिंग और देखभाल की भूमिका है। इसलिए गृह मंत्रालय ने भी कोरोना के पॉजीटिव मरीजों को घर पर रहने की अनुमति दे दी है। इस आलोक में झारखंड सरकार बहुत जल्द कंट्रोल रूम शुरू करेगी। यहां विशेषज्ञों की टीम मौजूद रहेगी, जो कॉल करने वाले लोगों को गाइड करेगी। लोगों को बताया जाएगा कि क्या-क्या एहतियात बरतनी है और कौन-कौन सी दवायें लेनी या नहीं लेनी है। एहतियात से लेकर इलाज तक में मदद इस कंट्रोल रूम से मिलेगी। सीएम ने कहा कि कोरोना के इलाज के लिए कोई वैक्सीन नहीं है। इसका एकमात्र उपचार एहतियात बरतना है। कंट्रोल रूम जल्द एक्टिव होगा। चिंतित लोगों को इससे हर तरह की जानकारी मिलेगी। न्यूज़ सोर्स Jharnews24