उपायुक्त रामनिवास पुलिस अधीक्षक अनुरंजन किस्पोट्टा, वन प्रमंडल पदाधिकारी मनीष तिवारी, अनुमंडल पदाधिकारी सदर साहिबगंज हेमन्त सती एवं अंचलाधिकारी सदर द्वारा आज संयुक्त रुप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर हालात का जायज़ा लिया।इस दौरान उपायुक्त श्री यादव एवं वरीय पदाधिकारियों द्वारा बाढ़ की चपेट में आए गांव का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उपायुक्त बाढ़ प्रभावित दियारा क्षेत्रों में ग्रामीणों से मिलने पहुंचे जहां ग्रामीणों से बातचीत करते हुए उन्हें प्रशासन की ओर से हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। उपायुक्त समेत सभी वरीय पदाधिकारियों ने यह भ्रमण कार्यक्रम सकरी स्थित समदा घाट से शुरू किया जहां सभी ने रामपुर, गदाई, करगिल, डोंगरी, हाजीपुर पश्चिम एवं अन्य दियारा क्षेत्रों में पड़ने वाले गांव का मुआयना किया। मुआयने के क्रम में उपायुक्त ने दियारा क्षेत्रों में वैसे घर जिनमें पानी प्रवेश कर चुका है, उन ग्रामीणों से बातचीत की साथ ही उन्होंने सभी ग्रामीणों से सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील की।वही उपायुक्त रामनिवास यादव बाढ़ से हुए नुकसान के बाद बनी परिस्थिति से भी रूबरू हुए। उपायुक्त समेत सभी वरीय पदाधिकारियों ने बाढ़ के दौरान किसानों को हुए फसल नुकसान का भी आकलन किया,साथ ही उन्होंने प्रभावित हुए सभी परिवारों से कहा कि जिला प्रशासन उनकी मदद के लिए सदैव तत्पर है। इस संबंध में उपायुक्त रामनिवास यादव ने ग्रामीणों से कहा कि जिला प्रशासन द्वारा उनकी सहायता के लिए राहत शिविरों की स्थापना की गई है, जहां पर उनके भोजन एवं रहने की व्यवस्था भी की गई है,साथ ही यह बताया कि उनके पशुओं की सुरक्षा के लिए भी जिला प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की है जहां पशुओं के चारे, दवा इत्यादि की व्यवस्था की गई है इसलिए वह यहां से सुरक्षित स्थलों पर जाएं। इसी क्रम में उपायुक्त ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकालने हेतु नाव की व्यवस्था भी की गई है।अपने भ्रमण के दौरान उपायुक्त राम निवास यादव ने ग्रामीणों की समस्या से रूबरू होते हुए उनकी सभी समस्याओं के निपटारे हेतु संबंधित पदाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।इस क्रम में उपायुक्त वैसे स्थान जहां बोट के माध्यम से पहुंचना संभव नहीं था वहां टीन से बने नाव के माध्यम से गए और लोगों से मिलते हुए उन्हें तत्काल राहत सामग्री उपलब्ध कराने की बात कही। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर जाने हेतु जिला प्रशासन द्वारा नाव भी मुहैया कराई जाएंगी।