उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो की अध्यक्षता में दिनांक 05.10.2020 से प्रारंभ हो रहे *”मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) कार्यक्रम, 2020″* को लेकर जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक हुई। बैठक में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि दिनांक 05.10.2020 से दिनांक 06.10.2020 तक कुल 693 बूथ पर डीईसी व अल्बेण्डाजोल की दवा खिलायी जायेगी। जो बच्चे छूट जाएंगे उन्हें दिनांक 07.10.2020 से दिनांक 15.10.2020 तक घर-घर जाकर दवा खिलायी जायेगी। 10 दिनों तक चलने वाले इस अभियान में 5.5 लाख लोगों को आच्छादित करने का लक्ष्य रखा गया है। 1-2 वर्ष की उम्र के बच्चों को चूर्ण कर सिर्फ अलबेण्डाजाॅल की आधी गोली जाएगी। इन बच्चों को डीईसी की गोली नहीं दी जायेगी। 2-5 वर्ष के बच्चों को एक डीईसी व एक अलबेण्डाजाॅल, 6-14 वर्ष तक की उम्र के बच्चों को 2 डीईसी व एक अलबेण्डाजाॅल और 15 वर्ष की उम्र से अधिक के युवाओं को तीन डीईसी व एक अलबेण्डाजाॅल की गोली देना है। गंभीर रूप से बीमार, गर्भवती महिलाओं और 1 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को एमडीए की द्वारा बिल्कुल नहीं दिया जाना है। जिन व्यक्तियों के खून में फाइलेरिया के रोगाणु उपस्थित होने हैं उनको अत्यधिक बुखार, सरदर्द, उल्टी और चक्कर आने जैसी स्थिति हो सकती है लेकिन संबंधित दवा का सेवन करने के बाद एक-दो दिनों में बुखार, चक्कर आना, उल्टी और सरदर्द की समस्या खत्म हो जाती है। फाइलेरिया एक वूचेरिया बैन्क्राफ्टी रोगाणु की वजह से होता है जो क्यूलेक्स मच्छर के द्वारा फैलता है। इसकी दवा किसी स्थिति में खाली पेट नहीं ली जानी चाहिए। लिम्फोडिमा एवं हाइड्रोसिल के मरीज की जानकारी नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में अवश्य दें।
बैठक में उपायुक्त द्वारा निदेश दिया गया कि इस कार्यक्रम के लिए दवाईयां समय पर प्राप्त कर ली जायें और स्वास्थ्य केंद्र, आंगनबाड़ी केंद्रो तक उपलब्ध करा दी जायें। कोई भी दवा खाली पेट में ना खिलायी जाये। दवा अपनी उपस्थिति में ही चिकित्सक, आंगनबाड़ी केंद्र एएनएम कर्मी खिलायें। इस कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार किया जाये। प्रत्येक हाट-बाजारों तक इसकी जानकारी स्थानीय भाषा में दी जाय। साथ ही ऑडियो रिकॉर्ड करा कर भी अनाउंसमेंट कराया जाए।
उपायुक्त ने कहा कि लक्ष्य हासिल किया जाए। बूथ पर कर्मी समय पर पहुंच जाएं। दवाईयों की मात्रा प्रचुर मात्रा में उपलब्ध रहे। कोई बच्चा ना छुटे। सभी विभागों को इस कार्यक्रम को सफल बनाने का निदेश दिया गया। ग्रामीण विकास विभाग को मुखिया, पंचायत सेवक, आपूर्ति विभाग को राशन डीलरों, जे एस एल पीएस को सखी मंडलो, शिक्षा विभाग को शिक्षकों, कृषि विभाग को एटीएम, बीटीएम, कृषक मित्र आदि को इस कार्यक्रम के बारे अधिक से अधिक लोगों तक जानकारी पहुंचाने का निदेश दिया गया।
बैठक में उप विकास आयुक्त अखौरी शशांक सिन्हा, अनुमण्डल पदाधिकारी अरविंद कुमार लाल, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी मनीषा तिर्की, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी पलटू महतो, नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी देवेंद्र कुमार, डब्ल्यूएचओ के डाॅ मनोज कुमार, सिविल सर्जन डाॅ विजय कुमार, डॉ शंभुनाथ चौधरी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी डाॅ अनुज कुमार, आत्मा की कार्यक्रम पदाधिकारी तृप्ति तिर्की, जेएसएलपीएस के जिला समन्वयक सुजीत बारी, शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि व अन्य उपस्थित थे।