आज समाहरणालय स्थित सभगार में उपायुक्त राम निवास यादव द्वारा कृषि, सहकारिता, पशुपालन मत्स्य, एवं गव्य विभाग के कार्यों की समीक्षा की गई।
बैठक में उपायुक्त द्वारा पशुपालन विभाग की समीक्षा की गयी। जिसमें उन्होंने प्राकृतिक गर्भाधान हुए पशुओं की जानकारी ली एवं डॉक्टर्स को निर्देश दिया कि वह प्राकृतिक गर्भाधान की संख्या बढ़ायें एवं पशुपालकों को इसका लाभ दें।
इस दौरान पशुओं के कृत्रिम गर्भाधान की जानकारी ली गयी तथा बताया गया ज़िले में इस वर्ष 1185 पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान हुआ है जिसे बढ़ाये जाने का निर्देश दिया गया।
इस दौरान बताया गया कि जिले में सभी पशुओं का घर-घर जाकर टीकाकरण शुरू किया जाएगा एवं गोवंश पशुओं का 12 डिजिट का गोपनीय पहचान नंबर बनाया जाएगा जिससे सरकार के पास एवं जिला के पास पशुओं एक डेटाबेस तैयार हो सके। यह भविष्य में दूध उत्पादन के क्षेत्र में क्रांति लाएगा। इस संबंध में उपायुक्त ने सभी पशु चिकित्सकों को टीकाकरण से पहले बैठक कर एक परामर्श लेने का निर्देश दिया।
बैठक में बतया गया इस टीकाकरण हेतु वैक्सीन आ गयी आई है जिसके तहत अब टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
गव्य विकास के कार्यो की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने गव्य पालन हेतु निर्गत किए केसीसी ऋण की सामीक्षा की।
तथा उपायुक्त राम निवास यादव ने उधवा, तालझारी, बोरियो एवं बरहेट प्रखण्ड में 10 दिनों के भीतर केसीसी ऋण के आवेदकों की संख्या बढ़ा कर 100 करने का निर्देश दिया।
गव्य विकास के कार्यो की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने साहिबगंज जिले के महादेवगंज में शुरू किए जा रहे हैं मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट यूनिट की जानकारी प्राप्त की तथा बताया गया कि प्लांट का कार्य प्रगति पर है।
उपायुक्त श्री यादव ने कृषि विभाग की समीक्षा में सिंचाई भूमि की जानकारी ली।
इस दौरान रबी एवं खरीफ़ फ़सलो में मकई, गेंहू एवं सरसों की फसलों से होने वाले उत्पादन की सामीक्षा की।
बैठक के क्रम में उर्वरकों,धान बीज वितरण, अरहर, उरद बीज वितरण आदि की जानकारी ली गयी।
बैठक में बीज़ वितरण के लाभुकों तथा उनकी अहर्ता रखने वाले किसानों की जानकारी ली।
इस बिच किसानों को केसीसी का लाभ देने का निर्देश भी दिया गाय।