आज ऑनलाइन माध्यम से स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता द्वारा राज्य स्तर से न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन (पीसीवी) के टीकाकारण का झारखण्ड में एवं उपायुक्त राम निवास यादव द्वारा इस अभियान का ज़िले में शुभारंभ किया गया।इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन (पीसीवी) न केवल बच्चों को निमोनिया से बचाएगी। बल्कि यह कोरोना से भी बचाने में महत्वपूर्ण कवच साबित हाेगी। उन्होंने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर में बच्चों के अधिक संक्रमित होने की बात सामने आ रही है।उन्होंने कहा कि बच्चों को पीसीवी लगने से राज्य में शिशु मृत्यु दर में और कमी आएगी जो वर्तमान में प्रति एक हजार जन्म पर 29 है। साथ ही यह वैक्सीन बच्चों को ब्रेन मेनिनजाइटिस से भी बचाएगी।इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री की उपस्थिति में एक बच्चे को पीसीवी का टीका देकर इस टीकाकरण की लांचिंग की गई। इस तरह, बच्चों के नियमित टीकाकरण में पीसीवी को शामिल करनेवाल झारखंड छठा राज्य बन गया। अभी तक बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान तथा हिमाचल प्रदेश में ही यह नियमित टीकाकरण में शामिल था।इसके अलावा आज उपायुक्त राम निवास यादव द्वारा जिले में भी पीसीवी टीकाकरण की शुरुआत की गई। उपायुक्त द्वारा वैक्सीनेशन कैरियर का फीता काट टीकाकरण अभियान का शुभारंभ कर दिया गया। कार्यक्रम में उपायुक्त की उपस्थिति में दो नवजात बच्चों को पीसीवी का टीका दिया गया।◆पीसीवी की तीन डोज अनिवार्यराज्य में यह टीका उन बच्चों का लगना शुरू हुआ है जिनका जन्म इस साल अप्रैल माह में हुआ है। दरअसल, यह टीका जन्म के डेढ़ महीना (छह सप्ताह) पर पीसीवी-1, साढ़े तीन महीने (14 सप्ताह) पर पीसीवी-2 और नौ महीना अर्थात 36 सप्ताह पर बूस्टर डोज दिया जाता है।