माननीय मुख्यमंत्री झारखंड सरकार श्री हेमंत सोरेन ने आज पतना स्थित धरमपुर मैदान में ज़िले की आम जनता की समस्याएं सुनीं। उन्होंने इस दौरान समस्याओं के निदान का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने लोगों की समस्याओं से अवगत हुए और समस्याओं के निदान हेतु अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए।कार्यक्रम के दौरान जिले की जनता ग्रामीण एवं दूर-दराज के इलाकों से आए लोगों ने अपनी समस्या हेतु आवेदन सौंपा जिन्हें विभिन्न विभागों को तत्काल निपटारे हेतु निर्देशित किया गया।■मुख्यमंत्री ने लाभुकों को दिया प्रशस्ति पत्र…कार्यक्रम के दौरान माननीय मुख्यमंत्री झारखंड श्री हेमंत सोरेन के कर कमलों से समाज कल्याण विभाग द्वारा चलाई जा रही मुख्यमंत्री सुकन्या योजना के अंतर्गत 10 लाभुकों को प्रशस्ति पत्र एवं मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत 09 लाभुकों को प्रशस्ति पत्र दिया गया।कार्यक्रम के दौरान मनरेगा अंतर्गत दीदी नर्सरी योजना के तहत मंगला डीह कि प्रियंका बेसरा, बिरसा हरित ग्राम योजना अंतर्गत कुंजू सोरेन, इसी योजना अंतर्गत दुर्योधन पंडित, दीदी बाड़ी योजना अंतर्गत लखी मुर्मू, पशु शेड हेतु राजेश यादव को स्वीकृति पत्र प्रदान किया गया।■परिसंपत्ति का हुआ वितरण….कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री सोरेन द्वारा जेएसएलपीएस पतना के अंतर्गत स्वीटी आजीविका सखी मंडल रंगा धरमपुर को चक्रीय निधी का ₹7,80,000 का चेक, सामुदायिक निवेश निधी हेतु कपूर मूली आजीविका सखी मंडल समूह विजयपुर बिशनपुर को ₹19,00,000 का चेक एवं कैश क्रेडिट लिमिटेड हेतु शीतल आजीविका सखी मंडल समूह रंगा धर्मपुर को ₹28,00,000 रुपए का चेक प्रदान किया गया।पतना प्रखंड अंतर्गत गठित सखी मंडल के सदस्यों के बीच चक्रीय निधि 83 सखी मंडलों में कुल ₹12,45,000 राशि एवं सामुदायिक निवेश निधि 123 सखी मंडलों में कुल ₹30,75,000 राशि का वितरण किया गया। परिसंपत्ति प्राप्त कर सखी मंडल के सदस्य काफी हर्षित एवं प्रफुल्लित थे।■ माननीय मुख्यमंत्री ने किया वृक्षारोपण…… जिले की जनता से रूबरू होने एवं उनकी समस्याओं से अवगत होने के पश्चात माननीय मुख्यमंत्री झारखंड श्री हेमंत सोरेन, ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, राजमहल संसदीय क्षेत्र के सांसद विजय हांसदा, बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के द्वारा माननीय मुख्यमंत्री के पतना स्थित आवास पर वृक्षारोपण किया गया।जहां माननीय मुख्यमंत्री ने करम का पेड़ लगाया इस दौरान सिमल, आंवला एवं अन्य वृक्ष भी अतिथियों द्वारा लगाए गए।