जिले में #नमामि_गंगे परियोजना अंतर्गत #आज़ादी_का_अमृत_महोत्सव के अवसर पर 25 सितंबर से 02 अक्टूबर तक चलाए जा रहे स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के तहत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।■आजादी का अमृत महोत्सव….15 अगस्त, 2022 को देश की आजादी के 75 साल पूरे होने जा रहे हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए 75वीं वर्षगांठ से एक साल पहले 15 अगस्त 2021 को विभिन्न कार्यक्रमों की शुरुआत की गयी। जिसमें देश की अदम्य भावना के उत्सव दिखाने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहें हैं। महोत्सव के तहत यह सभी कार्यक्रम 15 अगस्त 2023 तक जारी रहेंगे।■आज हुए कार्यक्रम…..कार्यक्रम के तहत विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से गंगा तटों पर बसे गांव में गंगा को स्वच्छ रखने, तटों एवं गाँव पर उचित कचरा प्रबंध करने आदि से संबंधित जागरूकता फैलाई जा रही है।इसी क्रम में आज जिला स्तर पर गतिविधियों का आयोजन कर लोगों में स्वच्छता के प्रति सकारात्मक संदेश साझा किया गया।राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने और जिला के हर गांव को स्वच्छ करने के प्रण के साथ आज पूर्वाहन 7:00 बजे शहर के गांधी चौक से लेकर मुक्तेश्वर घाट तक #स्वच्छता_पदयात्रा निकाली गई।इस स्वच्छता पदयात्रा में वन प्रमंडल पदाधिकारी मनीष तिवारी एवं उप विकास आयुक्त प्रभात कुमार बरदियार के निर्देशन में जिले के वरीय पदाधिकारी गण खेल छात्रावास के प्रशिक्षु,साहिबगंज महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं, गंगा प्रहरी विद्यालय के छात्र छात्राओं एवं अन्य लोगों ने हिस्सा लिया। जहां सभी ने यात्रा करते हुए लोगों को गंगा नदी के साथ-साथ अपने टोले मोहल्ले, गांव, घर के आसपास हमेशा साफ सफाई रखने की अपील की।उन्होंने बैनर एवं स्लोगन के माध्यम से बताया कि स्वच्छता के प्रति जागरूक होने से हम न केवल स्वास्थ्य लाभ ले सकते हैं बल्कि हम पूरे समाज को भी स्वस्थ बना सकते हैं।■श्रमदान कार्यक्रम का हुआ आयोजन…..#स्वच्छता_ही_सेवा कार्यक्रम के अंतर्गत शहर के मुक्तेश्वर घाट में जिले के वरीय पदाधिकारियों एवं पदयात्रा में शामिल हुए सभी छात्र-छात्राओं एवं पदाधिकारी गणों ने श्रमदान कार्यक्रम चलाया। जहां उन्होंने वहां पड़े पूजा सामग्री को साफ किया एवं झाड़ू लगाते हुए लोगों से पूजन सामग्री को नदी में विसर्जित ना करने, नहाते वक्त साबुन का इस्तेमाल ना करने, कपड़े धोते वक्त डिटर्जेंट का इस्तेमाल आदि ना करने या अपशिष्ट पदार्थ गंगा में प्रवाहित न करने का आग्रह किया।■स्वच्छता चौपाल का आयोजन…..कार्यक्रम के अंतर्गत स्वच्छता चौपाल लगाकर लोगों से गंगा नदी में रहने वाले जलीय जीवो के विषय में बताया गया। उन्हें बताया गया कि गंगा नदी हमारे लिए एवं हमारे वातावरण के लिए कितनी उपयोगी है एवं इस को स्वच्छ रखने एवं बचाने के लिए हम क्या क्या उपाय कर सकते हैं। इस दौरान मुख्य अतिथियों ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए बताया कि गंगा तट पर बसे गांव में तरल एवं ठोस कचरे का प्रबंधन करना कितना उपयोगी है एवं हम किस प्रकार कचरा प्रबंधन कर सकते हैं। इस दौरान सोख्ता गड्ढा बनाने कचरे को एक स्थान पर जमा करने आदि से संबंधित आवश्यक जानकारियां साझा की गई।■स्वच्छता सपथ का आयोजन…..इसके अलावा कार्यक्रम के अंत में सभी ने गंगा नदी को साफ रखने गंगा घाटों को साफ रखने एवं अन्य लोगों को भी साफ सफाई हेतु प्रेरित करने नदी में कूड़ा कचरा ना फेंकने, पूजा सामग्री ना प्रवाहित करने, सोख्ता गड्ढा बनाकर अपशिष्ट पानी का प्रबंधन करने की शपथ ली।